- Aabhushan Times
आभूषण टाइम्स के 15 साल
ज्वेलरी व्यापारियों के साथ कदम मिलाकर चलते रहने का सिलसिला आगे भी जारी रहेगा

राकेश लोढ़ा
बीते कुछ वर्षों में ज्वेलरी बाजार में हम सभी ने व्यापार में मंदी, कोविड का लॉकडाउन, कभी जीएसटी का झंझट तो कभी इंपोर्ट ड्यूटी के खिलाफ तालाबंदी जैसे अनेक झटके झेले। व्यापार को नुकसान पहुंचा, तो कई पारिय़ो का भी बड़ा नुकसान हुआ। सन 2020 के मार्च महीने में भारत में पहुंचे कोविड की चर्चा किये बिना आभूषण टाइम्स की गाथा पूरी हो ही नहीं सकती है।

देश के ज्वेलरी मार्केट की सबसे प्रमुख पत्रिका अपने प्रकाशन के 15 वर्ष पूरे करके आभूषण टाइम्स सोलहवें वर्ष में प्रवेश करने जा रही है। किसी भी समाचार पत्र या पत्रिका के जीवन मन में उसकी स्थापना अथ शुरूआत का यह एक ऐसा दिन होता है जब वह अपने सहयोगियों, पाठकों, विज्ञापन-दाताओं आदि के लिए कृतज्ञ भाव से जुड़ाव महसूस करता है। क्योंकि इतने लंबे समय तक उनका साथ नहीं रहा होता, तो उस प्रकाशन का वहां पर पहुंचना आसान नहीं था। आज हम आभूषण टाइम्स परिवार की तरफ से सभी पाठकों व विज्ञापनदाताओं तथा शुभचिंतकों के प्रति आभार व्यक्त करते हैं। 15 वर्ष पूरे होने पर आज जब पीछे मुडक़र देखते हैं, तो लगता है कि वर्तमान दौर में किसी भी समाचार पत्रिका चलाना बेहद मुश्किल काम है क्योंकि सबसे पहले तो लोगों से उसका संबंध लगातार मजबूत होना चाहिए, फिर उसकी आर्थिक मजबूती बनी रहनी चाहिए अथवा कम से कम प्रकाशन का खर्च तो निकलना ही चाहिए। जब हम ये देखते हैं कि यह पत्रिका 15 साल से चल रही है तो आश्चर्य होना बहुत स्वाभाविक है। आप देखिए, जब आभूषण टाइम्स शुरु हुआ था, तब बाजार में और भी कई पत्रिकाएं थी, लेकिन कई पत्रिकाएं लगातार बंद होती गईं। लेकिन आभूषण टाइम्स लगातार आपकी सेवा में प्रकाशित होता रहा है, तथा आप सभी की आवाज बनकर सतत खड़ा है, यह हमारे लिए बेहद सुकून की बात है।

बीते कुछ वर्षों में ज्वेलरी बाजार में हम सभी ने व्यापार में मंदी, कोविड का लॉकडाउन, कभी जीएसटी का झंझट तो कभी इंपोर्ट ड्यूटी के खिलाफ तालाबंदी जैसे अनेक झटके झेले। व्यापार को नुकसान पहुंचा, तो कई व्यापारिय़ो का भी बड़ा नुकसान हुआ। सन 2020 के मार्च महीने में भारत में पहुंचे कोविड की चर्चा किये बिना आभूषण टाइम्स की गाथा पूरी हो ही नहीं सकती है। क्योंकि उस दोर में जब सभी प्रकाशन बंद थे, तो आभूषण टाइम्स ने व्यापारिक संकट में सभी के कंधे से कंधा मिलाकर सबका साथ दिया, तथा हर संभव सहयोग किया। उस तकलीफ के दौर में आभूषण टाइम्स खुद भी तकलीफ झेलता हुआ भारत भर के ज्वेलरी बाजारों की मुखर आवाज बना। तेज़ी से बदलते दौर में जब ऐसे तथ्य सामने आते हैं तब हमें आज मुंबई में आभूषण टाइम्स के 15 वर्ष होने का महत्व और ज्यादा समझ में आता है, और ये भी बहुत सुखद है कि आभूषण टाइम्स के 15 वर्ष पूरे होने के दौर में ही बाजार में गोल्ड में फिर से तेजी आई है और गोल्ड 60 हजार का आंकड़ा छू रहा है। इसलिए आज के इस अवसर पर हम सिर्फ आभूषण टाइम्स की व्यापारिक पत्रकारिता के उच्च मानदंडों, बाजार के हितों को समझने वाले प्रकाशन के सरोकार से जुड़ी पत्रकारिता का ही उत्सव नहीं मना रहे हैं, बल्कि ये अवसर गोल्ड की चमक के और निखरने की भी शोभा बढ़ा रहा है। बाजार के हितों की रक्षा, व्यापारियों की आवाज को बुलंदी देने के संकल्प तथा व्यापारिक जगत के जिन संस्कारों को लेकर हम चले हैं, हमें विश्वास है कि आप को जागरूक करने तथा बाजार को मजबूती देने का हमारा ये प्रयास, लगातार ऐसे ही जारी रहेगा।

साथियों, आभूषण टाइम्स सिर्फ एक समाचार पत्रिका ही नहीं है, बल्कि देश के ज्वेलरी मार्केट की एक आवाज है। आभूषण टाइम्स ज्वेलरी मार्केट का दर्शन है, गोल्ड मार्केट की अभिव्यक्ति है, तथा सिल्वर मार्केट की चमक भी यही है। जिस तरह से भारतीय ज्वेलरी उद्योग हर झंझावात के बावजूद, अटल रहा है, उसकी झलक आप आभूषण टाइम्स में भी देख सकते है। समय-काल परिस्थिति के हर बदलाव के साथ आभूषण टाइम्स ने खुद को बदला है, लेकिन व्यापारियों के हितों की मजबूती देने के अपने संकल्प से डिगा नहीं, साथ ही व्यापारियों की आवाज को बुलंदी देने के अपने मूल सिद्धांत को भी मजबूती से निभाता चला आ रहा है। हमने बाजार में अपने प्रयासों से आप सबी के बीच अपने आप को मजबूत किया है, तो आपकी सदाशयता ने भी हमारा मनोबल बढ़ाया और मुंबई से प्रकाशित ज्वेलरी मार्केट की इस नंबर वन पत्रिका ने भी बाजार में आने वाले हर नए बदलाव का दिल खोलकर स्वागत किया, तथ उसे अपनाया। महीने में एक बार से, अब डिजिटल के रूप में भी आभूषण हर रोज आप तक बाजार की बात पहुंचाता है, लेकिन याद रखिये, आभूषण टाइम्स हर दौर की नई चुनौतियों को बखूबी अपनाता रहा है। अपने मूल मार्केट की जड़ों से जुड़े हुए, अपने कृतित्व पर गर्व करते हुए, बाजार के बदलाव के साथ कदम बढ़ाते हुए कैसे आगे बढ़ा जा सकता है, आभूषण टाइम्स इसका भी ज्वलंत प्रमाण है।
आप जानते हैं कि आभूषण टाइम्स जब शुरू हुआ था तब देश भर का ज्वेलरी मार्केट कई परेशानियों के अंधेरे में उलझा था, तथा वह अंधेरा लगातार घना होता जा रहा था। ऐसे कालखंड में बाजार की गतिविधियों को सब तक पहुंचाने जैसी हिंदी भाषा में पत्रिका निकालना आसान नहीं था। आभूषण टाइम्स ने उस दौर में बाजार की गतिविधियों का सही व सच्चे तरीके से आप तक पहुंचा कर आपको कार्यों को विस्तार दिया, आपकी सेवा की इस सफलता ने हम सभी को परस्पर साथ चलने का माध्यम बनाया, फिर जीएसटी के खिलाफ बाजार खड़ा हुआ, तो व्यापारियों की लड़ाई का बहुत प्रभावी माध्यम बन गई थी। बीते दिनों की बात को पीछे छोडक़र आज हम वर्तमान दौर की बात करें, तो बाजार पर कई तरह की सरकारी पाबंदियों व सरकारी एजेंसियों के बढ़ते दखल के दौर में आभूषण टाइम्स की आने वाले दिनों में एक अहम भूमिका होने वाली है। आप देख ही रहे हैं कि बीते 15 साल से जिस हालात को हम जीते हैं, जिस हालात में हम हम हरते हैं, तथा जिस दौर को हम देखते हैं, उसके माध्यम से ही हम बाजार की गतिविधियों को निखारते हैं। इसी सोच के साथ देश भर में होनेवाली ज्वेलरी की कोई भी एग्जिबिशन हो, आभूषण टाइम्स नई सोच के साथ दुनिया भर में भारतीय बाजार की बेस्ट ज्वेलरी के निर्माण की खबरों एक छोर से दूसरे छोर, एक शहर से दूसरे शहर तक पहुंचाने में कामयाब रहा है।

आज आभूषण टाइम्स के 15 साल पूरे होने पर एक और पक्ष के बारे में आपसे जरूर बात करना चाहता हूं। आप भी जानते हैं कि इस पत्रिका को शुरू किया हमने और पढ़ते आप हैं, तो इसका मतलब केवल यही है कि यह आपकी पत्रिका है, हम तो केवल इसके निर्माण में सहभागी हैं। जब जब बाजार पर संकट आया तो आभूषण टाइम्स ने हर तरह से व्यापारियों की आवाज को मजबूती देने का काम किया है, तो ज्वेलरी मार्केट के सभी पुरोधाओं ने समय समय पर आभूषण टाइम्स को नई ऊंचाई देने में भी हर संभव सहयोग दिया है, इसी कारण जिस लक्ष्य के साथ आभूषण टाइम्स को 15 साल पहले शुरू किया गया था, उसको आपके सहयोग ने मज़बूती दी, इसलिए हम आप सबके आभारी हैं। आज के माहौल में देखा जाए, तो ज्वेलरी मार्केट को देश का सबसे समृद्ध मार्केट माना जाता है, हमारे व्यारारियों की साख बहुत बड़ी होती है, किसी भी अन्य बाजार के मुकाबले गोल्ड, सिल्वर, डायमंड और हर तरह की कीमती ज्वेलरी सहित बुलियन मार्केट के व्यापारियों को अलग सम्मान के साथ देखा जाता है। ज्वेलरी का हमारा हज़ारों वर्षों का इतिहास हमें बहुत कुछ सिखाता है।

हम रोज देखते हैं कि ज्वेलरी मार्केट में व्यापार करने के लिए यहां जो भी आया, छोटा हो या बड़ा, कमज़ोर हो या बलवान, सभी को ज्वेलरी मार्केट ने अपनी गोद में फलने-फूलने का भरपूर अवसर दिया और आभूषण टाइम्स ने बेहतर तरीके से इसके कई उदाहरण पेश करते हुए बाजार की प्रतिष्ठा को उंचाई देने में अपना ईमानदार योगदान दिय़ा है। हम आज भी अपने तरीके से अपने ज्वेलरी मार्केट को हर क्षेत्र में सशक्त करने में अपना योगदान दे रहे हैं। संख्या से हिसाब से ज्वेलरी मार्केट देश के सबसे छोटे व्यापारिक समुदायों में है, लेकिन व्यापार, सामर्थ्य और सरकारो को कमाई देनेवाले बाजार के हिसाब से बहुत बड़ा बाजार है।

आभूषण टाइम्स हर बार अपने व्यापारियों का यह महत्व बनाने में सफल रहा है। साथियों, आज हम केवल यही कहना चाहते हैं कि आभूषण टाइम्स की यही परंपरा हमें सभी से जोड़ती रही है, तथा आगे भी यह जुड़ाव मजबूत होता रहेगा। आज हम आभूषण टाइम्स के 15 वर्ष पूरे होने पर आप से एक ही बात कहना चाहते हैं कि अब तक का आपसे जो नाता रहा, उसमें जितना हमारा सेवा का भाव जरूरी रहा, उतना ही आपका सहयोग का भाव भी हमारे साथ रहा। आज बस आपसे यही आभारपूर्वक विनम्र निवेदन कि आपने अब तक जो सहारा दिया, सहयोग दर्शाया वह लगातार बनाए रखें, हम आपकी आवाज बने रहे गे, तता आभूषण टाइम्स ज्वेलरी मार्केट की बुलंदियों को मजबूती देने का अपना अभियान जारी रखेगा।
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