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उतार के दौर में भी ज्वेलर निराश कतई नहीं, क्योंकि भाव बढऩे तय हैं

  • Aabhushan Times
  • Nov 20, 2024
  • 4 min read





सिद्धराज लोढ़ा





भारतीय इतिहास में गोल्ड और सिल्वर मार्केट में रेट्स के टूटने का ऐसा दौर कभी किसी ने नहीं देखा होगा, जैसे कि इन दिनों देखने को मिल रहा है। दोनों का यह टूटने दौर है, परंतु कई ऐसे, लोग भी है, जिनके लिए ये कमाने का दौर है। आप सभी जानते ही हैं कि गोल्ड, सिल्वर, डायमंड तथा कीमती ज्वेलरी की प्रमुख पत्रिका होने के नाते आभूषण टाइम्स बाजार के हालात सदा से ही अच्छी तरह से हालात जानता है। सदा से ही बाजार में बैठे व्यापारियों की स्थिति से पूरी तरह से अवगत रहा है और सदा से ही बाजार की वर्तमान स्थिति से व्यापारियों को अवगत भी कराता रहा है। इसीलिए हमारा कहना है कि भले ही आपमें से किसी ने भी गोल्ड और सिल्वर मार्केट में रेट्स के टूटने का ऐसा दौर कभी नहीं देखा होगा, लेकिन भरोसा रखना, आने वाले दिनों में तेजी का जो दोर होगा, वैसा भी आपने कभी नहीं देखा होगा। अमेरिका में राष्ट्रपति के तौर पर एक डोनाल्ड ट्रंप के आने से गोल्ड और सिल्वर दोनों में दस फीसदी से ज्यादा तक की गिरावट़ कोई कम बात नहीं है, परंतु इससे भी तेजी आने की पूरी संभावना है, यह भी ध्यान रखना। इसीलिए आने वाले दिनों में ज्वेलरी के जो बड़े एग्जिबिशन होने वाले हैं, उनमें लोगों के खरीदी की आशा है, क्योंकि भाव चाहे कितने भी तेज हो, जिनको ज्वेलरी की जरूरत होती है, वे तो खरीदते ही हैं, तथा गोल्ड व सिल्वर चाहे कितनी भी तेजी पकड़ें, निवेशक तो हर दोर में अपनी कमाई का एक हिस्सा गोल्ड या सिल्वर में निवेश करते ही रहे हैं।

ज्वेलरी मार्केट के हालात की जानकारी देने के लिए सबसे प्रमुख तथा आपकी प्रतिनिधि पत्रिका आभूषण टाइम्स के संपादक के नाते हम लोग बाजार के हालात पर नजर रखने के लिए कई जानकारों से लगातार संपर्क में रहते हैं। उनसे बातचीत में डोनाल्ड ट्रेंप की जीत की संभावना में गोल्ड व सिल्वर में गिरावट की आशंका तो छिपी हुई थी, लेकिन मौजूदा गिरावट से पता चलता है कि आगे भी कुछ दिनों तक गोल्ड में कमजोरी बनी रह सकती है। हमारे सूत्रों ने हमे पहले ही बता दिया था कि इंटरनेशनल मार्केट में अगर कॉमेक्स होल्ड 2600 डॉलर प्रति औंस से नीचे जाता है और आगामी सत्रों में 2500 डॉलर प्रति औंस के आस पास पहुंचता है, तो गोल्ड फिर से 70 - 72 हजार रूपए के आसपास पहुंच जाएगा। इसी तरह से सिल्वर की भी तगड़ी गिरावट की आशंका पहले से ही थी, क्योंकि एक साथ इतनी तेजी कभी नहीं दिखी, तो फिर से सिल्वर के भी नीचे आने की संभावना तो थी ही। इसी वजह से फेस्टिवल सीजन खत्म होते ही सिल्वर की कीमतों में भी तेज गिरावट का दौर शुरू हो गया। दीपावली के दौर में धनतेरस को बाद से सिल्वर में 10 हजार रुपये तक की कमी आई है। धनतेरस के समय सिल्वर की कीमतें एक लाख रुपये प्रति किलो पार हो गई थीं, जो दस फीसदी कम होकर नवंबर के मध्य तक करीब 91 हजार रुपये पर आ गई। ऐसे में केवल 15 दिनों में ही गोल्ड व सिल्वर में 10 हजार रुपये और 10 फीसदी तक की गिरावट आई है।

वर्तमान हालात को एक बार नजरअंदाज करते हुए आगे का भविष्य देखें, तो भलो ही गोल्ड व सिल्वर में फिलहाल टूट दिख रही है, लेकिन लॉग टर्म में तो तेजी ही है। आभूषण टाइम्स की टीम गोल्ड व सिल्वर के बाजार भाव के लिए लगातार अध्ययन करती रहती है, तथा उसी क्षेत्र के जानकारों के अध्ययन तथा वल्र्ड गोल्ड काउंसिल की रिपोर्ट्स के अध्ययन के तौर पर बाजार का आंकलन करती है। हमारा मानना है कि दुनिया में जो हालात बन रहे हैं, तथा जिस तरह से सिल्वर का इंडस्ट्रीयल प्रोडक्शन बढ़ रहा है, सोलार में तेजी आ रही है, उसे देखते हुए सन 2025 के अंत में गोल्ड की औसत कीमत इंटरनेशनल मार्केट में 2800 डॉलर से भी आगे होगी और वल्र्ड गोल्ड काउंसिल के अनुमान पर भरोसा करें, तो 2025 में गोल्ड की कीमतें 2800 डॉलर से भी आगे 3000 डॉलर तक पहुंच जाएगी। ऐसे में गोल्ड 2025 के अंत तक 1 लाख तथा सिल्वर सवा लाख तक पहुंचने की पूरी संभावना है। ज्वेलरी इसी विश्वास के कारण वर्तमान रेट् के टूटने पर कोई बहुत डरा हुआ नहीं है।

हालांकि, गोल्ड व सिल्वर के रेट इन दिनों गिरावट की तरफ नीचे की दौर की तेजी पकड़ रहे हैं, मगर देश के प्रमुख ज्वेलरी शो आइआइजेएस सिग्नेचर की तैयारियां जोरों पर है, यह ज्वेलरी शो अपनी उत्कृष्टता और भव्यता के लिए प्रसिद्ध है। आभूषण टाइम्स हमेशा से आपके साथ इस ज्वेलरी शो की सफलता का गवाह रहा है। आप जानते हैं कि आइआइजेएस  सिग्नेचर ने ज्वेलरी उद्योग तथा इसके व्यापार को बढ़ाने की कोशिश में कई नए मानक स्थापित किए हैं। जेम एंड ज्वेलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल का यह प्रतिष्ठित फ्लैगशिप शो ज्वेलरी मार्केट को प्रभावशाली और महत्वपूर्ण बनाने के लिए सदा तैयार रहा है, अत: आप सभी को आभूषण टाइम्स का आव्हान है कि भाव की घटत बढ़त को भूल कर आप तो आइआइजेएस सिग्नेचर 2025 में अपने ज्वेलरी डिजाइन और शिल्प कौशल के शिखर का प्रदर्शन करने के लिए कमर करें, गोल्ड व सिव्र में घटत बढ़त तो हमेशा से चलती रही है।

 
 
 

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