गोल्ड और सिल्वर दोनों की तेजी में सहारा डिजाइनर ज्वेलरी की सेल का
संपादकीय...

सिद्धराज लोढ़ा
गोल्ड तेजी से भाग रहा है, सिल्वर दौड़ रहा है, तो बाजार हैरान हैं। ज्वेलर राह तक रहे हैं कि मार्केट नीचे उतरे, तो कुछ और खरीदें। लेकिन कोई नहीं जानता कि गोल्ड और सिल्वर कहां जाकर थमेंगे, और कहां से फिर अचानक आगे की रफ्तार पकड़ लेंगे। बाजार पर पैनी नजर रखने वाली आपकी अपनी पत्रिका 'आभूषण टाइम्स' गोल्ड और सिल्वर की चाल समझने के लिए सदा से ही विशेषज्ञों की जानकारी सभी को देता रहा है। हमारा तो यही कहना है कि गोल्ड को 87 हजार का वर्तमान बैंचमार्क तोड़ कर और आगे जाना ही है तथा सिल्वर भी सप्ताह भर में ही सरपट दौड़ लगाता दिखेगा। सिल्वर तो आने वाले चार साल में ही 2 लाख तक पहुंच जाए, तो कोई बड़ी बात नहीं होगी। गोल्ड वैसे भी लगातार नई ऊंचाई बनाता जा रहा है। हालांकि, 1 फरवरी के दिन गोल्ड के रेट्स ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिये। उधर, देश की वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण संसद में बजट पेश करने वाली थी, और बजट से पहले ही 24 कैरेट 10 ग्राम गोल्ड के रेट्सऑल टाइम हाई पर पहुंच गए थे।
'आभूषण टाइम्सÓएक बिजनेस मैगज़ीन है। इस नाते मार्केट के हितों से जुड़ी समाचार सामग्री अपने पाठकों तक पहुंचाने का काम करती है। लेकिन ज्वेलरी मार्केट की धडक़नों को जानने वाली तथा बाजार की रग-रग को समझने वाली आपकी अपनी यह 'आभूषण टाइम्स' मैगज़ीन में दुनिया भर के बुलियन की चाल, ज्वेलरी की मार्केटिंग के नए नए ट्रेंड्स, ज्वेलरी उद्योग के हालात, व्यापार जगत की खबरें, ज्वेलरी स्टार्टअप, ज्वेलरी निर्माण की नई नई टेक्नोलॉजी, अभिनव डिजाइंस, नए नए विकसित होते मार्केट्स, अंतर्राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था और सरकारी नीतियों से जुड़ी जानकारियां भी आपके लिए हम लाते हैं। क्योंकि एक बिजनेस मैगज़ीन होने के नाते हम अपनी कुछ प्रमुख कार्य और जिम्मेदारियों को अच्छी तरह समझते हैं। आपने देखा होगा कि मार्केट की मार्केट ट्रेंड्स रिपोर्ट्स तथा वर्तमान और भविष्य के व्यापारिक रुझानों पर रिपोर्ट बेहद सटीक होती है। अत: हमारा आपको यही कहना है कि गोल्ड तथा सिल्वर भले ही प्रति 1 लाख का आंकड़ा पार कर जाए, या 95 के आस पास बने रहे, लेकिन ज्वेलरी सेक्टर में ग्राहकी रुकने वाली नहीं है।
हाल ही के दिनों में ये गोल्ड व सिल्वर का लगातार ऊंचा स्तर है। गोल्ड व सिल्वर में इस तरह से लगातार आ रही तेजी के कारण ज्यादातर लोग का मान रहे हैं कि जल्द ही ये दोनों एक लाख रुपये के स्तर को पार कर सकते हैं। लेकिन कुछ लोगों का यह भी मानना है कि ऐसा नहीं है, वे तो यह भी कह रहे हैं कि गोल्ड में इस साल के अंत में अर्थात 2025 की दीपावली के बाद या आसपास करेक्शन भी आ सकता है। लेकिन अगर इंटरनेशनल एक्सपर्ट की मानें तो इंडियन मार्केट में गोल्ड की कीमतें अगली दीपावली तक 95 हजार रुपये तक जा सकती है और सिल्वर के एक्सपर्ट कहते हैं कि यह 1 लाख को पार कर भी जाएगा, तो फिर कभी भी थोड़ा सा करेक्शन भी दे सकता है। सिल्वर के बारे में भी माना जा रहा है कि इस साल के अंत तक 1.25 लाख के रेट हो सकते हैं।
ज्वेलरी मार्केटका एक बहुत बड़ा सेक्टर है डिजाइंस का। गोल्ड तथा सिल्वर दोनों ज्वेलरी की दुनिया में आजकल कई नए ट्रेंड्स और डिज़ाइन देखने को मिल रहे हैं। इसलिए, ज्वेलर्स को अब ज्यादा से ज्यादा अपनी ज्वेलरी के डिजाइन पर ही अधिक ध्यान देना चाहिए। डिजाइंस के बूते पर ही ज्वेलरी की सेल बढ़ सकती है। आजकल, ज्वेलरी सेक्टर में कई डिजाइनर अपनी अभिनव कला तथा वैश्विक सोच के साथ जो डिज़ाइन्स तैयार करते हैं, उनमें कई तरह के मेल जोल देखने को मिल रहे हैं। इनमें सिल्वर ज्वेलरी के कुछ डिजाइन तो अपनी लोकप्रियता के चलते गोल्ड ज्वेलरी को भी मार्केट में टक्कर दे रहे हैं। इस बार के 'आभूषण टाइम्स' के भीतर के पन्नों पर हम इस विषय पर भी विस्तार से चर्चा कर रहे हैं। ज्वेलरी डिजाइन की आकर्षक दुनिया में रचनात्मकता की कोई सीमा नहीं है। खास तौर से पारंपरिक अनोखी कलाकारी और डिज़ाइन्स के लिए जानी जाती है। पारंपरिक गोल्ड ज्वेलरी से न्यू एज ज्वेलरी तक का बदलाव सिर्फ उसकी बनावट, स्टाइल और कलात्मकता में ही बदलाव नहीं है, दरअसल आजकल की ज्वेलरी डिजाइन नई पीढ़ी की वित्तीय प्राथमिकताओं और संपत्ति के प्रति उनके रवैये में आ रहे व्य़ापक जनरेशनल बदलाव को भी दिखाता है।
वैश्विक स्तर पर बाजार की हलचलों से भारतीय बाजार पर पडऩे वाले विभिन्न विकल्पों पर विश्लेषणात्मक जानकारी मार्केट आपको सदा से देता रहा है, तो कॉर्पोरेट न्यूज़, बड़ी कंपनियों के विकास से प्रोरित करने वाली जानकारियां और स्टार्टअप की खबरें भी पूरी जिम्मेदारी से 'आभूषण टाइम्स' आप तक पहुंचाता रहा है। हम सरकारी नीतियों और अर्थव्यवस्था से जुड़े विशेष लेख भी आपके लिए लाते हैं, तो सरकार की नई आर्थिक नीतियों और उनके ज्वेलरी मार्केटअसर डालने वाले लेख तथा ज्वेलरी इंडस्ट्री के सफल बिजनेस लीडर्स और उद्यमियों के इंटरव्यू सहित नए नए विकसित होते ब्रांड्स की जानकारी भी आपके देते रहे हैं। 'आभूषण टाइम्स' की सबसे खास बात यह है कि आप 'आभूषण टाइम्स' पसंद करते हैं, यही हमारी सबसे बड़ी पूंजी है।
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