चीन ने लगातार सातवें महीने लगाया सोने का अंबारलेकिन अमेरिका से अभी है कोसों दूर
- Aabhushan Times
- Jun 13
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नई दिल्ली। चीन के सेंट्रल बैंक ने मई में भी अपने सोने के भंडार में बढ़ोतरी की। यह लगातार सातवां महीना है जब चीन ने सोने के भंडार को बढ़ाया है। पीपल्स बैंक ऑफ चाइना (PBOC) के आंकड़ों से यह जानकारी मिली है। सोने को अक्सर आर्थिक और भू-राजनीतिक अनिश्चितता से बचने का सुरक्षित ठिकाना माना जाता है। मई में सोने की कीमतें स्थिर रहीं। अप्रैल में सोने की कीमत 3,500 डॉलर प्रति औंस के रेकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई थी। मई के अंत में चीन के पास 73.83 मिलियन फाइन ट्रॉय औंस सोना था। अप्रैल के अंत में यह आंकड़ा 73.77 मिलियन औंस था। इसका मतलब है कि चीन ने थोड़ा सोना और खरीदा है। PBOC के अनुसार पिछले महीने के अंत में चीन के सोने के भंडार का मूल्य $241.99 बिलियन था। अप्रैल के अंत में यह $243.59 बिलियन था। यानी चीन का सोने का भंडार तो बढ़ गया लेकिन उसकी वैल्यू कम हो गई। इस साल अब तक सोने की कीमतों में 27 प्रतिशत की वृद्धि हो चुकी है। पिछले साल भी सोना 27 प्रतिशत चढ़ा था।
इसकी वजह टैरिफ युद्ध का डर है। जानकारों का कहना है कि PBOC ऊंची कीमतों के बावजूद सोना खरीद रहा है। इससे पता चलता है कि चीन अपनी विदेशी मुद्रा के भंडार को अलग-अलग तरह से रखना चाहता है। हालांकि PBOC के अधिकारियों ने सार्वजनिक रूप से यह नहीं बताया है कि वे सोना क्यों खरीद रहे हैं। 2024 में बैंक ने 18 महीने तक सोना खरीदने के बाद छह महीने का ब्रेक लिया था। फिर नवंबर में अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप के चुनाव जीतने के बाद चीन ने फिर से सोना खरीदना शुरू किया था। दुनिया भर के सेंट्रल बैंक इस साल 1,000 मीट्रिक टन सोना खरीदने की तैयारी में है। वे अपने भंडार को अलग-अलग तरह से रखना चाहते हैं और डॉलर पर निर्भरता कम करना चाहते हैं।
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