बाजार में रौनक, रेट बढ़े तो भी वैडिंगऔर फेस्टिवल सीजन में सेल भी बढ़ेगी
संपादकीय

- सिद्धराज लोढ़ा
दीपावली आ रही है, फेस्टिवल सीजन के साथ साथ विवाह का सीजन भी आ रहा है, और हाल ही में ज्वेलरी एग्जीबिशन जीजेएस तथा उससे पहले आईआईजेएस प्रीमियर जैसे ज्वेलरी की सेल बढ़ाने के आयोजनों के भी सफल समापन भी हो चुके हैं। लेकिन आभूषण टाइम्स के अवलोकन में जो तथ्य सामने आए हैं, उनमें सबसे अहम तथ्य यही है कि गोल्ड की बढ़ती कीमतों पर सभी की नजरें टिकी हुई हैं। खरीददार इंतजार कर रहे हैं कि गोल्ड की कीमतें कुछ नीचे आएं या फिर थमें, तो खरीदी करें, लेकिन गोल्ड की कीमतों में लगातार उछाल देखने को मिल रहा है। इसी वित्तीय वर्ष की शुरूआत, अर्थात 1 अप्रेल 21 मार्च 2024 को भारत में गोल्ड की कीमतेंअपने ऑल टाइम हाई पर पहुंच गई थी, तो सभी ज्वेलर्स चौकन्ने हो रहे थे। हमने देखा था कि अपने ऑल टाइम हाई लेवल पर 24 केरेट गोल्ड की 10 ग्राम की कीमतें लगभग 68 हजार के आसपास ट्रेंड कर रही थी, जो कि दीपावली के महीने भर पहले नवरात्रि के मध्य में ही ये 78 हजार रुपए पर पहुंच गई। इस तरह से केवल 6 महीने में ही गोल्ड ने 15 फीसदी की तेजी पकड़ ली। आभूषण टाइम्स भी आपके साथ साथ इस बात का गवाह है कि पिछले 10 वर्षों में गोल्ड की कीमतें लगातार बढ़ी हैं, जिसके कारण गोल्ड के निवेशकों को पिछले एक दशक में काफी अच्छा रिटर्न मिला है। उसी वजह से गोल्ड की इस तेजी के बावजूद लोगों को कोई खास फर्क नहीं पड़ रहा है कि वह बढ़ रहा है। हां, कुछ दिन के लिए लोग प्रतीक्षा जरूर करते हैं कि थोड़ा सा नीचे उतरेगा तब खरीद लेंगे, ताकि ज्यादा मुनाफा कमाया जा सके। क्योंकि सामान्य निवेशक भी इस तथ्य को जान गया है कि आने वाले दिनों में गोल्ड 1 लाख रुपए के पास जाएगा। दुनिया भर के देशों की खराब होती अर्थव्यवस्था और रुस - यूक्रेन के युद्ध के बाद अब मिडल ईस्ट में भी इजराइस के युद्ध ने गोल्ड की अंतरराष्ट्रीय कीमतों में भारी बढ़ोतरी की है। लेकिन साथ ही यह भी देखा जाना चाहिए कि डॉलर के मुकाबले रुपए की गिरती कीमतों ने भी गोल्ड को मजबूती दी है। माना जा रहा है कि 2030 तक गोल्ड की कीमतें वर्तमान की दुगनी से भी बहुत आगे पहुंच जाएगी।
भारत जैसे देशों में पूरे साल बड़ी संख्या में हर शहर में हर स्तर पर ज्वेलरी एग्जिबिशन शो होते हैं। हम देख रहे हैं कि इन ज्वेलरी एग्जिबिशन ने छोटे - मोटे व्यवसायों को हर लेवल पर समान अवसर प्रदान किए है क्योंकि वे खरीददीरों की भारी भीड़ को आकर्षित करते रहे हैं। इसी दिशा में देखें, तो हाल ही में मुंबई में जीजेसी का एक ज्वेलरी शो - जीजेएस भी संपन्न हुआ। ऑल इंडिया जेम्स एंड ज्वेलरी डॉमेस्टिक काइंसिल (जीजेसी)ने ज्वेलरी बिजनेस को बढ़ावा देने और इसके विकास में अपनी सहभागिता दर्शाने के लिए एक राष्ट्रीय स्तर के जेम्स एंड ज्वेलरी शो (जीजेएस) के नाम से ज्वेलरी एग्जिबिशन का आयोजन किया। जीजेएस की सफलता के बारे में आयोजक संस्था ऑल इंडिया जेम्स एंड ज्वेलरी डॉमेस्टिक काउंसिल (जीजेसी)के पदाधिकारियों का दावा है कि इस ज्वेलरी एग्जिबिशन के माध्यम से वे ज्वेलर्स की आशाओं पर खरा उतरने के हर प्रयास में सफल रहे। आभूषण टाइम्स सदा से ही बाजार की भावनाओं को समझकर चलता रहा है तथा हर बात को सही दिशा में आगे बढ़ाने की पहल करता रहा है। इसीलिए हमारा कहना है कि किसी भी एक आयोजन को दूसरे से तुलना करते हुए देखना सही बात नहीं है। किसी भी 40 साल के सफलतम व्यक्ति से 3-4 साल के बच्चे की तुलना करना किसी भी तरीके से समझदारी नहीं मानी जाती। इस लिहाज से यह सही है कि ऑल इंडिया जेम्स एंड ज्वेलरी डॉमेस्टिक काउंसिल (जीजेसी)के पदाधिकारियों का दावा सही है कि उनका यह ज्वेलरी एग्जिबिशन बाजार में एक नई दिशा देने की तरफ लगातार उन्नति कर रहा है। यदि हम किसी के प्रयासों को सराहेंगे, प्रोत्साहन देंगे, तभी तो वह सफलता के पथ पर आगे बढ़ेगा। इस दृष्टिकोण से ऑल इंडिया जेम्स एंड ज्वेलरी डॉमेस्टिक काइंसिल (जीजेसी)के पदाधिकारियों के प्रयास काफी सराहनीय रहे कि वे जीजेएस ज्वेलरी एग्जिबिशन के माध्यम से बाजार को संगठित करने की दिशा में सफलता के पथ पर अग्रसर हैं।
अब करते हैं फेस्टिवल सीजन और उसके साथ ही आ रहे विवाह के सीजन की बात। तो, हम देखते हैं कि हर दीपावली सीजन के चलते गोल्डव सिल्वर ज्वेलरी की मांग में रेकार्ड तेजी आती रही है। हालांकि, गोल्ड पर इम्पोर्ट ड्यूटी कम होने के बाद गोल्ड के रेट्स जितनी तेजी से घटे थे, अब उससे भी ज्यादा तेजी के साथ गोल्ड के रेट्स बढ़ गए हैं। फिर भी फेस्टिवल सीजन और उसके साथ ही आ रहे विवाह के सीजन में गोल्ड के गेट बढऩे के बावजूद सेल भी तेज होवे की पक्की संभावना हैं। फेस्टिव सीजन में खरीदारी में खास होता है, सो आने वाले कुछ महीने सेल में तेजी रहेगी, उसकी आभूषण टाइम्स की ओर से आपको बधाई।
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