top of page
  • Aabhushan Times

संपादकीय...









सिद्धराज लोढ़ा

आइआइजेएस और गोल्ड के बढ़ते भाव से बाजार को उम्मीद 

गोल्ड काफी दिनों से कुछ ठहरा हुआ सा था, लेकिन पिछले कुछ दिनों से एक बार फिर से तेजी पकड़ रहा है। इसके साथ ही काफी वक्त बाजार तक बेहद ठंडा रहने के बाद अब भी ग्राहकी भले ही बहुत कम है, लेकिन ज्वेलर्स के चेहरों पर चमक है। यह चमक है, भविष्य में विकसित होने वाला व्यापारिक संभावनाओं की है। व्यापारी थोड़े से खुश है क्योंकि गोल्ड के रेट बढऩे से हो चुके नुकसान की भरपाई की संभावना है। फिर अगस्त महीने में मुंबई में होने वाले आइआइजेएस जैसे देश के सबसे बड़े ज्वेलरी शो की भी खुशी है, जहां पर हर किसी ज्वेलरी निर्माता, व्यवसायी और बुलियन व्यापारी को अपने बिजनेस के बढऩे का सपना पूरा होता दिख रहा है। इसके साथ ही गोल्ड कास्टिंग यूनिट्स के संचालकों में भी जबरदस्त उत्साह है, क्योंकि आइआइजेएस ज्वेलरी शो की वजह से उनके लिए भी आने वाले दिनों में व्यापारिक संभावनाओं के नए द्वार खुलने की पूरी तैयारी हो रही है। माना जाता है कि आइआइजेएस जैसे बहुत बड़े ज्वेलरी एग्जिबिशन ही गोल्ड ज्वेलरी की सेल की नई राह खोलते हैं। हमने देखा है कि कोरोना के बीच में भी जब सारे बाजार लगभग बंद थे, तथा हर व्यक्ति से लेकर हर घर, तथा राज्यो से लेकर देश की सरकार तक की पूरी अर्थव्यवस्था भी ठप थी, तो भी बैंगलुरू में हुए पहले आइआइजेएस एग्जिबिशन में लगभग सभी ज्वेलरी एग्जिबिटर्स के स्टॉल्स खाली हो गए थे और बुकिंग भी जबरदस्त हुई थी।

आभूषण टाइम्स के इन तथ्यों के प्रस्तुतिकरण से ही आपको समझ में आ रहा होगा कि आपके हाथों में यह जो पत्रिका है, वह ज्वेलरी इंडस्ट्री में कितनी अहमियत रखती है। आपके बता दें कि दुनिया में गोल्ड की खरीददारी के मामले में भारत दूसरे नंबर पर है, तथा ज्वेलरी एक्सपोर्ट के मामले में समस्त संसार में पहले नंबर पर है, तो आभूषण टाइम्स भी देश के ज्वेलरी इंडस्ट्री में सबसे पहली कतार की पत्रिका है, जिसके पन्नों पर आपको वह हर सामग्री मिलती है, जिससे बाजार में उतार चढ़ाव आते हैं, और वह सब भी पढऩे को मिलता है, जिनकी वजह से बाजार का गौरव बढ़ता है। इस बार हमने आभूषण टाइम्स के पन्नों पर खास तौर से गोल्ड ज्वेलरी की कास्टिंग करनेवाली कंपनियों पर फोकस किया है। ये वे लोग हैं, जिनका देश में अपने फील्ड में बहुत बड़ा नाम है, तो कुछ अपना नाम चमकाते जा रहे हैं। हम कई सालों सो इस बारे में चिंतन कर रहे थे कि आखिर जिस गोल्ड कास्ट ज्वेलरी का भारतीय ज्वेलरी के बाजार में 70 फीसदी हिस्सा है, तथा ब्राइडल ज्वेलरी में सबसे ज्यादा ज्वेलरी गोल्ड की कास्टिंग की ही खरीदी जाती है, तो उसके उत्पादकों की पहचान को आगे कैसे लाया जाए। लेकिन अब जाकर यह अवसर आया है कि आभूषण टाइम्स के इस अंक के भीतर के पन्नों पर हम गोल्ड कास्ट ज्वेलरी पर विशेष सामग्री प्रस्तुत करने जा रहे हैं। यहां आप गोल्ड कास्ट ज्वेलरी की बढ़ती मांग और उसकी की जाने वाली आपूर्ति के विकसित होते बाजार की संभावनाओं को देख सकते हैं। बहुत मेहनत करके हमारे गोल्ड की कास्टिंग करनेवाले ज्वेलर बाजार के विभिन्न भागों की जरूरतों को पूरा करते हैं, जिसमें अंगूठी, ब्रैसलेट्स, पैंडेंट तथा विभिन्न प्रकार की ज्वेलरी शामिल हैं। खास बात यह है कि हम बहुत तेजी से गोल्ड कास्ट ज्वेलरी के मामले में सबसे बड़े उत्पादक देश के रूप में दुनिया में स्थापित होने की तरफ बढ़ रहे हैं।

और, अब बात करते है ज्वेलरों के सबसे बड़े आयोजन इंडिया इंटरनेशनल ज्वेलरी शो जो कि  आइआइजेएस के नाम से दुनिया भर में विख्यात है। इस ज्वेलरी एग्जिबिशन का नाम है- आइआइजेएस प्रीमियर, जो कि 8 से 13 अगस्त तक मुंबई में एक साथ दो स्थानों पर होने जा रहा है, तथे देश भर के लगभग 50 हजार से भी ज्यादा ज्वेलर इसमें हिस्सा लेंगे। जेम्स एंड ज्वेलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल(जीजेईपीसी) का यह आयोजन हैं, जिसे ज्वेलरी इंडस्ट्री की व्यापारिक नब्ज की पकड़ हासिल है। आइआइजेएस प्रीमियर ज्वेलरी एग्जिबिशन भारत कीज्वेलरी इंडस्ट्री की समृद्ध विरासत और शिल्प कौशल को दर्शाने वाले गोल्ड, सिल्वर, प्लैटिनम, डायमंड तथा प्रीशियस स्टोन्स ज्वेलली की एक विस्तृत श्रृंखला को प्रदर्शित करने के साथ-साथ दुनिया भर के विभिन्न देशों तथा भारत के कोने कोने से आए ज्वेलर्स के लिए एक ऐसा प्लेटफॉर्म है, जहां पर हर किसी के व्यापारिक विकास की संभावनाएं होती हैं। आइआइजेएस प्रीमियर का यह 40वां आयोजन है, जहां दुनिया भर के जेम एंड ज्वेलरी ट्रेड से संबंधित लोगों के बीच व्यापार, विचार तथा व्यव्हार का आदान - प्रदान होता है। जीजेईपीसी पिछले वर्षों से मुंबई में अपने इस प्रमुख वार्षिक बी2बी व्यापार शो, आइआइजेएस प्रीमियर का आयोजन करता आ रहा रहा है। जीजेईपीसी के इस आयोजन की खास बात यह है कि आइजेएस में एक विशेष नेटवर्किंग इवनिंग भी आयोजित कर रही है, जहां पर देश - दुनिया से आए ज्वेलर्स परस्पर मेलजोल बढ़ाते हुए अपने व्यापारिक संबंधों को विकसित करते हैं साथ ही एक अन्य प्रमुख बात ये भी है कि इस बार जीजेईपीसी ने यह फैसला किया है कि आइआइजेएस प्रीमियर में आने वाले विजिटर की संख्या के बराबर पेड़ भी लगाए जाएंगे। तो जब दावा 50 हजार विजिटर के सहभागी होने का है, आभूषण टाइम्स विश्वास करता है कि जीजेईपीसी अगले साल भर में 50 हजार पेड़ लगाक भारत की जमीन को हरा भरा करेगी। आभूषण टाइम्स की ओर से आइआइजेएस प्रीमियर 2024 में सहभागी होने वाले सभी एग्जिबिटर्स तथा विजिटर्स, को भी हार्दिक शुभकामनाएं तथा जीजेईपीसी के पदाधिकारियों को पूरे चार दशकों से लगातार आइआइजेएस आयोजित करने की सफल यात्रा पर हार्दिक बधाई।

Comments


Top Stories

bottom of page