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संपादकीयफिर गुलजार होगा ज्वेलरी का बाजार


गोल्ड की चाल कुछ दिन के लिए थोड़ी सी सुस्त ही रहेगी और जहां है, वहां से और रिवर्स भी जाकर 54 हजार तक भी नीचे जा सकती है। बाजार में यह धारणा तेजी से अपनी जगह बना रही है कि अमेरिका की इकॉनमी रिकवर हो रही है इसलिए फैडरल रिजर्व अपने मॉनेटरी स्टिमुलस में कटौती करेगा। यही वजह है कि सेफ निवेश के तौर पर माने जाने वाले गोल्ड की डिमांड कम होती जा रही है। लेकिन बाजार के जानकार मानते हैं कि गोल्ड आखिरकार तो उंचा ही रहेगा।


गोल्ड का गणित और सिल्वर की समझ हर किसी को नहीं होती। बड़े से बड़े गोल्ड के व्यापारी भी नहीं जानते कि गोल्ड बढ़ेगा, या नीचे उतरेगा। इसीलिए जब जब गोल्ड उतार पर होता है, तो व्यापारियों के चेहरों पर हैरानी के भाव नजर आने लगते हैं। आभूषण टाइम्स इसी हैरानी के माहौल में सदा आप सबके साथ खड़ा रहा है। आप सब ने भी देखा है कि बाजार के हालात कैसे भी हो, आभूषण टाइम्स ने हमेशा आपके साथ कधे सं कंधा मिलाकर मजबूती दिखाई है। तो, अब जब गोल्ड के भाव ऑल टाइम हाई के बाद फिर से नीचे आ रहे हैं, तो कहीं कहीं गमगीनी जैसा माहौल है, लेकिन हमारा कहना है कि ज्वेलर्स को हिम्मत हारने की जरूरत नहीं है, थोड़े दिनों की बात है, ये भाव जैसे ही फिर से बढऩे लगेंगे, लोग खरीदी में उतरेंगे और गोल्ड अंतत: तो उपर की तेजी ही पकडऩे वाला है। हमारे प्रतिनिधि जब बाजारों में जाते हैं, तो देख रहे हैं कि गोल्ड के लगातार गिरते भाव के कारण देश भर के बाजारों में खरीददार कम होते जा रहे हैं, तथा वे लोग ही गोल्ड या ज्वेलरी खरीद रहे हैं, जिनको विवाह जैसे जरूरी आयोजनो के लिए खरीदी किए बिना छुटकारा नहीं है।


उधर, गोल्ड के घटते रेट्स के बीच घटती ग्राहकी की वजह से गोल्ड मार्केट में सन्नाटा पसरता जा रहा है, परंतु बाजारों में सन्नाटे की इस सच्चाई को सबसे पहले समझना जरूरी है कि गोल्ड या सिल्वर के भाव जब जब गिरते हैं, तो लोग महंगी धातुओं को खरीदने से बचते हैं। लेकिन जैसे ही लगने लगता है कि गोल्ड या सिल्वर के भाव अब स्थिर हो गए हैं तो खरीददार या निवेशक फिर से खरीदी में उतरते हैं, क्योंकि उनको लगता है कि अब इसी लेवल से भाव फिर से बढ़ेंगे, तो वे एक प्रकार की बेसलाइन में आकर बाजार में उतरते हैं, ताकि मुनाफा कमा सके। इसलिए ज्वेलर्स को ज्यादा चिंता करने की जरूरत नहीं है, कुछ समय बाद ही खरीददारों से बाजार एक बार फिर गुलजार होगा।


वैसे देखा जाए, तो पिछले महीने के दूसरे सप्ताह में ग्लोबल मार्केट में कमजोर ट्रेंड के चलते स्टॉकिस्टों द्वारा की गई सेलिंग से गोल्ड की कीमतों में गिरावट ने लगातार गिरते जा रहे गोल्ड के रेट का रास्ता बता दिया हैं। महंगाई के चलते बायर्स का अक्षय तृतीया की खरीदी पर भी बहुत ठंडा रिस्पांस दिख रहा है। होली निकल गई है और उधर, शादियों के सीजन की शुरूआत के बावजूद गोल्ड की कीमत में गिरावट ने डॉमेस्टिक स्तर पर भी गोल्ड की चमक को कम कर दिया है। आभूषण टाइम्स इस पर भी पैनी नजर बनाए हुए हैं। हमारी टीम द्वारा बाजार के कई व्यापारिय़ों से बात करने से यह साफ लगने लगा है कि आनेवाले वक्त में गोल्ड की चाल कुछ दिन के लिए थोड़ी सी सुस्त ही रहेगी और जहां है, वहां से और रिवर्स भी जाकर 54 हजार तक भी नीचे जा सकती है। बाजार में यह धारणा तेजी से अपनी जगह बना रही है कि अमेरिका की इकॉनमी रिकवर हो रही है इसलिए फैडरल रिजर्व अपने मॉनेटरी स्टिमुलस में कटौती करेगा। यही वजह है कि सेफ निवेश के तौर पर माने जाने वाले गोल्ड की डिमांड कम होती जा रही है। लेकिन बाजार के जानकार मानते हैं कि गोल्ड आखिरकार तो उंचा ही रहेगा।


पिछले कुछ समय से लोगों को लग रहा था कि अक्षय ततीया व विवाह के सीजन से बाजार तेजी पकड़ेगा, लेकिन बाजार तो रिवर्स जा रहा है। हमारे प्रतिनिधिगण बाजार में लोगों से बात करते हंै तो ज्वेलर्स मान रहे हैं कि लगातार महंगाई बढऩे से जब लोगों को निवेश पर रिटर्न महंगाई दर से कम मिलने लगा तो लोगों ने तेजी से गोल्ड खरीदा और गोल्ड की कीमत तेज होती गई थी। कोविड के बाद दुनिया भर में यह ट्रेंड चला जिसको एक न एक दिन तो थमना ही था। लेकिन साल भार के भीतर ही गोल्ड आगे जाएगा, जिस पर आभूषण टाइम्स के इस अंक के पन्नों में आपको इस बारे में विस्तार से जानकारी मिलेगी।


मार्च महीना वो महीना होता है, जब ज्वेलरी में ग्राहकी तेजी पकड़ती है। लेकिन इस समय ग्लोबल फ्रंट पर निचला रास्ता अख्तियार करने से गोल्ड की चाल समझ में नहीं आ रही है। इसलिए, खरीददार लोग बहुत ही कम मात्रा में खरीदी कर रहे हैं। लेकिन बाजार को घबराने की जरूरत नहीं है। आभूषण टाइम्स हमेशा आपको हर तरह की जानकारी देता रहा है, तो डॉलर के चलते सेफ निवेश के तौर पर गोल्ड में तेजी से निवेश होगा, इस बारे में भी आपको हम आश्वस्त करने जा रहे हैं। आप आनेवाले दिनों मं देखेंगे, कि गोल्ड की कीमतें डॉमेस्टिक व ग्लोबल दोनों मार्केट्स में बढ़ती हुई दिखेंगी। हम आपको विश्वास दिलाते हैं कि बाजार, गोल्ड, सिल्वर, डायमंड व ज्वेलरी के हर तरह के हालात से आभूषण टाइम्स आपको लगातार अवगत कराता रहेगा। और ज्वेलर्स से भी आग्रह है कि धैर्य बनाए रखें, बाजार फिर रफ्तार पकड़ेगा और एक बार फिर नई छलांग के साथ नई कमाई भी देगा।













सिद्धराज लोढा



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