- Aabhushan Times
साल दर साल लगातार नए आयामआइआइजेएस प्रीमियर सफलता के नए शिखर परइस बार यह 40वां आइआइजेएस प्रीमियर था
भारतीय ज्वेलरी इंडस्ट्री को दुनिया भर में पहुंचाने के लिए मशहूर और ज्वेलरी इंडस्ट्री में उत्कृष्टता के प्रतीक इंडिया इंटरनेशनल ज्वेलरी शो - प्रीमियर (आइआइजेएस) में लग्जरी, इनोवेशन और शिल्प कौशल के एक्सक्लूसिव कलेक्शन को देखने दुनिया भर से हजारों लोग मुंबई पहुंचे। ज्वेलरी इंडस्ट्री के वैश्विक मार्केट लीडर्स के साथ नेटवर्क बनाने और भारत के आभूषण क्षेत्र के केंद्र में इस ऐतिहासिक आयोजन का हिस्सा बनने को लेकर ज्वेलर्स काफी उत्साहित दिखे। क्योंकि इंडिया इंटरनेशनल ज्वेलरी शो - प्रीमियर (आइआइजेएस) ज्वेलरी उद्योग में उत्कृष्टता के मामले में पिछले चार दशकों की सफलता का प्रतीक माना जाता है। जेम्स एंड ज्वेलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल (जीजेईपीसी) द्वारा आयोजित यह 40वां इंडिया इंटरनेशनल ज्वेलरी शो था। किसी शो को लगातार 40 साल तक लगातार चलाए रखना, और साल दर साल लगातार उसे नए शिखर पर पहुंचाना अपने आप में बहुत ही महत्वपूर्ण बात है। इस बार के आइआइजेएस प्रीमियर की सफलता के लिए आयोजकों को काफी सराहना मिल रही है। केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने आइआइजेएस की सफलता के लिए बधाई देते हुए डायमंड इम्प्रेस्ट लाइसेंस की शुरुआत करने की घोषणा की। गोयल ने कहा कि डायमंड इम्प्रेस्ट लाइसेंस के लिए जीजेईपीसी लंबे समय से नीतिगत पहल की सिफारिश कर रहा है, जिसे मान कर ही वे इसकी शुरूआत करने जा रहे हैं। दरअसल, डायमंड इम्प्रेस्ट लाइसेंस व्यापार के विकास को सुनिश्चित करता है और इसके तहत एक निश्चित निर्यात टर्नओवर सीमा से ऊपर के भारतीय डायमंड निर्यातकों को पिछले तीन वर्षों के औसत निर्यात टर्नओवर का यदि पहले की तरह कम से कम 5त्न आयात करने की अनुमति होगी। केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि इससे डायमंड वर्गीकरणकर्ताओं और कारखानों में अर्द्ध-तैयार डायमंड के प्रसंस्करण के मामले में अधिक रोजगार मिलेगा।
जेम एंड ज्वेलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल (जीजेईपीसी) द्वारा आयोजित 40वां आइआइजेएस प्रीमियर 2024 शो 8 अगस्त से शुरू होकर 12 अगस्त तक जीओ वल्र्ड कन्वेंशन सेंटर चला और और 9 अगस्त से शुरू होकर 13 अगस्त तक मुंबई में गोरेगांव स्थित नेस्को के बॉम्बे एग्जिबिशन सेंटर में चला। जीजेईपीसी ने इस वर्ष 'ब्रीलिएंट भारतÓ थीम को प्रदर्शित करते हुए, आइआजेएस प्रीमियर 2024में आए प्रतिभागियों को जबरदस्त सफलता का संदेश दिया। इस बार का आइआइजेएस प्रीमियर कुल प्रदर्शनी क्षेत्र 1 लाख 35 हजार वर्ग मीटर यानी1.45 मिलियन वर्ग फीट में आयोजित हुआ, जो पश्चिमी देशों के प्रमुख शो की तुलना में बहुत ज्यादाबड़ा है। खास बात यह है कि आइआइजेएस दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा ज्वेलरी सो है, लेकिन क्षेत्रफल के मामले में इसे विश्व का सबसे बड़ा शो कहा जा सकता है। इस बार के शो में 3600 से अधिक स्टॉल और 2100 एग्जिबीटर्स के साथ, आइआइजेएस प्रीमियर में पूरे भारत से 50 हजार से अधिक खरीददार और 60 से अधिक देशों से 2000 से अधिक प्रतिनिधियों की उपस्थिति रही। आइआइजेएस प्रीमियर में इस वर्ष का एक विशेष आकर्षण 'द सेलेक्ट क्लबÓ - एक्सक्लूसिव हाई-एंड कॉउचर ज्वेलरी सेक्शन था। सलेक्ट क्लब 101 प्रदर्शकों द्वारा आकर्षक डिजाइनों और अभिनव शिल्प कौशल से सज्ज ज्वेलरी का सेक्शन था, जिसे लेकर देश भर से आए ज्वेलर्स काफी उत्साहित रहे। क्लब का आयोजन बीकेसी स्थित जिये वल्र्ड कन्वेंशन सेंटर की तीसरी मंजिल के जैस्मीन हॉलमें किया गया था, जहां प्रदर्शित इनोवेटिव ज्वेलरी को लेकर ज्वेलर्स काफी दंग थे।
ऐतिहासिक सफलता प्राप्त करने वाले आइआइजेएस प्रीमियर का उद्घाटन महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने किया। महाराष्ट्र के नवनियुक्त राज्यपाल ने दुनिया के सबसे बड़े जैम एंड ज्वेलरी शो में से एक - इंडिया इंटरनेशनल ज्वेलरी शो (आइआइजेएस प्रीमियर) का उद्घाटन करते हुए इसे व्यापारिक विकास के बेहतरीन माध्यम बताया। मुंबई के बांद्रा स्थित बीकेसी में जियो वल्र्ड कन्वेंशन सेंटर में भारत के शीर्ष व्यापारिक संस्थान, जेम एंड ज्वेलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल (जीजेईपीसी) द्वारा आयोजित ज्वेलरी शो के उद्घाटन अवसर पर महाराष्ट्र के कौशल्य विकास मंत्री मंगल प्रभात लोढ़ा भी उपस्थित रहे। उनके साथ ही जेम एंड ज्वेलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल (जीजेईपीसी) के अध्यक्ष विपुल शाह, उपाध्यक्ष किरीट भंसाली और आइआइजेएस के नेशनल कन्वीनर नीरव भंसाली ने सम्मानित अतिथियों और गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत किय। डी बीयर्स समूह के डायमंड ट्रेडिंग के कार्यकारी उपाध्यक्ष पॉल रोली,जोस अलुक्कास के एमडी पॉल अलुक्का और आदित्य बिड़ला समूह के नोवेल ज्वेल्स के डायरेक्टर दिलीप गौर और जीजेईपीसी की ब्रांड एंबेसडर फिल्म अभिनेत्री मानुषी छिल्लर भी इस अवसर पर उपस्थित रहे।आइआइजेएसके उदघाटन अवसर पर राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने कहा कि जीजेईपीसीका यह ज्वेलरी शो (आइआइजेएस) बायर्स - टू - बायर्स के बीच रिश्ता कायम करनेवाला यह शो दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित जेम एंड ज्वेलरी शो में से एक माना जाता है। राज्यपाल ने आशा व्यक्त की इस शो की लगातार बढ़ती सफलता को देखकर कहा जा सकता है कि वह दिन भी शीघ्र ही आएगा, जब यह शो पूरी दुनिया में सबसे बड़ा होगा। उन्होंने जीजेईपीसी की पूरी टीम को हर गुजरते साल के साथ आइआइजेएस को और बड़ा व बेहतर बनाने के लिए बधाई देते हुए कहा किभारत में महिलाओं को कोई सामान बेचना बहुत कठिन काम है, लेकिन यदि जीजेईपीसी के सदस्य सदस्य ज्वेलर अपनी ज्वेलरी भारतीय महिलाओं को भी आसानी से बेच सकते हैं, तो वे दुनिया में किसी को भी अपनी ज्वेलरी बेच सकने में समर्थ हो सकते हैं। उन्होंने जीजेईपीसी से आग्रह किया कि वे अपने इस ब्रांड इंडिया को दुनिया भर में प्रदर्शित करने और प्रचारित करने का प्रयास जारी रखें,और इस प्रयास के माध्यम से भारत की ज्वेलरी निर्माण की समृद्ध संस्कृति और कारीगरी की विरासत को दुनिया तक ले जाएं। महाराष्ट्र सरकार के कौशल्य विकास मंत्री मंगल प्रभात लोढ़ा ने इस अवसर पर कहा कि डायमंड इंडस्ट्री को भावी पीढ़ी के बारे में सोचना चाहिए और उन्हें व्यवसाय में शामिल करने और रोजगार सृजन को बढ़ाने के लिए सहयोग करना चाहिए। डायमंड इंडस्ट्री में युवाओं की नई पीढ़ी को अधिकाधिक आना चाहिए और उन्हें रोजगार योग्य बनाने के लिए उनके कौशल्य का विकास के प्रयास भी करने चाहिए।
इस बार के आइआइजेएस प्रीमियर में 2100 से अधिक एग्जिबीटर्स और 3600 से अधिक स्टॉल थे। उनके बारे में जानकारी देते हुए जीजेईपीसी के चेयरमेन विपुल शाह ने कहा कि इस वर्ष हमें भारत और 60 से अधिक देशों से 50 हजार से अधिक व्यापारिक आगंतुकों के आने की उम्मीद पर खरे उतरे हैं। उन्होंने कहा कि कंबोडिया, ईरान, जापान, मलेशिया, नेपाल, रूस, सऊदी अरब, श्रीलंका, थाईलैंड, तुर्की, यूनाइटेड किंगडम और उज्बेकिस्तान सहित 13 से अधिक देशों से 15 अंतर्राष्ट्रीय प्रतिनिधिमंडल भी इस सो में सहभागिता करने पहुंचे। केंद्र सरकार के बजट को बेहतरीन बताते हुए विपुल शाह ने कहा कि हाल ही में पेश किया गया केंद्रीय बजट 2024 हमारे उद्योग के लिए परिवर्तनकारी रहा है और सरकार की नीतिगत अनिवार्यताएं भारत को वैश्विक रफ डायमंड ट्रेडिंग हब के रूप में मजबूती से स्थापित करेंगी, रोजगार पैदा करेंगी और 2047 तक विकसित भारत बनने के भारत के दृष्टिकोण में योगदान देंगी। उन्होंने कहा कि जब जेम एंड ज्वेलरी एक्सपोर्ट की बात आती है, तो महाराष्ट्र सबसे आगे है, जो भारत के कुल जेम एंड ज्वेलरी एक्सपोर्ट में लगभग 70 प्रतिशत का योगदान देता है। श्री शाह ने कहा कि महाराष्ट्र राज्य सरकार ने नवी मुंबई में एक ज्वेलरी पार्क और सीप्ज में भारत रत्नम - मेगा कॉमन फैसिलिटी सेंटर स्थापित करने में हमारी मदद करके हमारे प्रयासों में अविश्वसनीय रूप से सहायक रही है। डी बीयर्स ग्रुप के डायमंड ट्रेडिंग के कार्यकारी उपाध्यक्ष पॉल रोली ने कहा कि भारत वैश्विक डायमंड उद्योग में महत्वपूर्ण है और भारतीय समाज प्राकृतिक डायमंड के वास्तविक मूल्य की सराहना करता हैं। भारतीय व्यापारी और उपभोक्ता मानते हैं कि डायमंड स्थायी प्रेम के प्रतीक हैं। आदित्य बिड़ला समूह के नोवेल ज्वेल्स के बिजनेस डायरेक्टर दिलीप गौर ने कहा कि जेम एंड ज्वेलरी इंडस्ट्री अद्वितीय है क्योंकि इसमें राष्ट्र निर्माण का पहलू जुड़ा हुआ है और साथ ही उपभोक्ता के प्रति अंतरंगता और भावनाएं भी जुड़ी हुई हैं। आभूषण श्रृंगार और निवेश का एक संयोजन है। यह एकमात्र ऐसा व्यवसाय है जो शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों के लोगों से जुड़ा हुआ है।
वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने आइआइजेएस प्रीमियर में एग्जिबिटर्स के लिए जगह की कमी को समझा है, तथा इसके समाधान की कोशिश में अपने सहयोग का का वादा करते हुए कहा कि वे भविष्य में आईआईजेएस के लिए 2 मिलियन वर्ग फुट प्रदर्शनी स्थान बनाने के बारे में भी सोचेंगे। वाणिज्य मंत्री गोयल ने कहा कि केंद्रीय बजट में सोने, चांदी और प्लेटिनम की शुल्क दरों में कटौती की गई है, जिससे गोल्ड व ज्वेलरी स्मगलिंग के बजाय आधिकारिक चैनलोंसे बारत में आएंगे जिससे देश की अर्थव्यवस्था को हो रहा नुकसान बंद होगा। उन्होंने कहा कि भारत का घरेलू बाजार बेहद लचीला है, उस पर किसी भी देश की स्थिति का प्रभाव पड़ सकता है। उन्होंने अपील की कि वैश्विक मंदी के कारण जेम एंड ज्वेलरी निर्यातकों से सकारात्मक रहने की जरूरत है, साथ ही उन्होंने यह जानकारी भी दी कि भारत सरकार जी-7 देशों के साथ सक्रिय रूप से बातचीत कर रही है और यूरोपीय संघ के मंत्रियों और आयुक्त के साथ व्यापक चर्चा कर रहे हैं। गोयल ने कहा कि यह पहली बार है कि भारत जी-7 के साथ मजबूत स्थिति में बातचीत कर रहा है। गोयल ने कहा कि हमें उम्मीद है कि डायमंड बिजनेस के लिए मुंबई या सूरत में एंटवर्प जैसा ही केंद्र विकसित हो सकता है। उन्होंने ज्वेलरी बिजनेस के विकास के लिए बारत सरकार के हर संभव सहयोग का वादा किया।
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