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  • Aabhushan Times

अब उम्मीद विवाह की सीजन सेविवाहों का मौसम, मतलब ज्वेलरी की सेल के दिन


ज्वेलरी की सेल के दिन आ रहे हैं तथा लोग घर भर के सदस्यों के साथ ज्वेलरी के शो रूम्स में खरीददादीर के लिए उमडऩे ही वाले हैं। यहां सेल का मतलब वो छूट वाली सेल से मत समझिये बल्कि सेल का मतलब बिक्री से है। भारतीय परंपरा में बेटियों को गोल्ड व सिल्वर ज्वेलरी को देने व ससुराल वालों द्वारा दुल्हन को ज्वेलरी पहनाने की परंपरा होने के कारण विवाह के दौर में ज्वेलरी की बिक्री सबसे ज्यादा होती है। विवाह समारोह हमारे भारत में दिखावे के सबसे बड़े आयोजन होते हैं, जिनमें लोग अपने धन ऐश्वर्य व संपन्नता का खुलकर प्रदर्शन करते हैं। इसी कारण विवाह के सीजन में भारत में ज्वेलरी की खरीदी सबसे ज्यादा होती है। आज के दौर में वैवाहिक संबंधों की मजबूती के लिए भी ज्वेलरी के लेन देन की परंपरा जोर पकड़ती जा रही है, क्योंकि कई जाति -समाज में गोल्ड व सिल्वर कितना दिया जाएगा, इसकी महत्ता सबसे अधिक है। भारतीय समाज का इतिहास रहा है कि भारत के किसी भी जाति, समाज या वर्ग में सदियों से विवाह के अवसर पर ज्वेलरी बड़ी तादाद में दी जाती है। विवाह को जीवन का सबसे खास मौका माना जाता है, इस कारण विवाह में पहनने तथा देने के लिए पर लोग खूब धड़ल्ले से गोल्ड ज्वेलरी की खरीददारी करते हैं।


मार्च के बीतते ही अप्रेल का महीना शुरू हो जाएगा एवं साथ ही उमंग, उल्लास सहित विवाह का माहौल भी शुरू हो जाएगा है। इसी को देखते हुए देश भर के बाजारों में भी ज्वेलरी का उत्पादन बढ़ रहा है। 22 अप्रेल को अक्षय तृतीया का वह सबसे बड़ा दिन है, जब सबसे ज्यादा विवाह होते हैं। ज्वेलर्स के लिए ये दिन लगभग धनतेरस के जैसा ही होता है। देश के किसी भी शहर में चले जाइये, सारे बाजारों में नई नई डिजाइन की ज्वेलरी बनने के ऑर्डर दिये जाने लगे हैं। अक्षय तृतीया के त्यौहार को देखते हुए परंपरागत ज्वेलरी के साथ-साथ नई उम्र के ग्राहकों की डिमांड को देखते हुए ज्यादातर ज्वेलर्स ने अपने यहां पर लाइट वेट की आकर्षक ज्वेलरी के सैकड़ों डिजाइंस सजाने की तैयारी में कारीगरों को ऑर्डर दे दिए हैं। बाजार में नए प्रयोग करनेवाले ज्वेलर कहते हैं कि इस साल देश भर के विभिन्न ज्वेलरी बाजारों में दक्षिण भारत हैवी ज्वेलरी तथा राजस्थान की फेमस जड़ाऊ ज्वेलरी के हल्के वर्जन को पेश किया जाना है।

इस बार गोल्ड की वजह से मार्केट में लाइट वेट आकर्षक ज्वैलरी की अधिक डिमांड है। यही कारण है कि ज्वेलर्स गोल्ड चेन, अंगूठी, टाप्स, पेंडेंट, चूड़ा, कंगन, कान की बाली में कम वजनी और आकर्षक ज्वेलरी की लंबी रेंज बनाने के लिए कारीगरों को तैयार कर रहे हैं। ज्वेलरी डिजाइनर्स को नए नए ऑर्डर मिलने लगे हैं, तो विभिन्न पुरानी फेमस डिजाइनों की फ्यूजन ज्वेलरी के साथ-साथ महानगरीय जीवन में पहनी जानेवाली डिजाइंस की भी तादाद बड़े पैमाने पर दिख रही है। बाजार के ट्रैंड को देखते हुए कहा जा सकता है कि इस बार देश भर के बाजारों में परंपरागत ज्वेलरी में कुछ परिवर्तन करके नई डिजाइन के साथ-साथ फ्यूजन ज्वेलरी की बड़ी लाइट वेट रैंज बाजार में आ रही है। वैसे तो विवाह का सीजन शुरू हो ही चुका है, लेकिन अक्षय तृतीया के अवसर पर देश के सभी ज्वेलरी बाजारों में तैयारी होने लगी है।


विवाह का सीजन जब आता है, तो माना जाता है कि लोग खरीददारी के लिए टूट पड़ते हैं। इसीलिए मुंबई, दिल्ली, कोलकाता व चैन्नई जैसे बड़े शहरों सहित बैंगलोर, तिरुवनंतपुरम, राजकोट, हैदराबाद, जयपुर जैसे ज्वेलरी की सेल के सबसे बड़े सेंटर्स में ज्वेलरी के शो रूम्स में विवाह की सीजन की तैयारियां देखी जा सकती है। माना जाता है कि अक्षय तृतीया एक ऐसा दिन होते है, जब गोल्ड व सिल्वर की खरीद को हर व्यक्ति के लिए बेहद शुभ माना जाता है। बाजार के जानकार कहते हैं कि एक तो अक्षय तृतीया, दूसरे यही दिन बड़ी तादाद में विवाह का दिन, तो इस दिन ज्वेलरी की खरीद के लिए बाजारों में भीड़ लग जाती है। इस माहौल को देखते हुए ज्वेलर्स ने नए नए डिजाइंस व ग्राहकों की चाहत की ज्वेलरी सजाने की पूरी तैयारी कर ली है। ज्वेलर्स को भरोसा है कि विवाह के सीजन में एक बार फिर से ज्वेलरी में बम के आसार हैं तथा ग्राहकों खरीद भी बढऩे की उम्मीद है। क्योंकि भारतीय समाज में यह धारणा है कि गोल्ड में निवेश हमेशा से काफी अच्छा मुनाफा देता रहा है, तथा मुश्किल दिनों का सहारा गोल्ड ही है। इसी कारण हर अच्छे दोनों में गोल्ड खरीदना भारतीय समाज की सबसे बड़ी जरूरत रहा है।


विवाह से सीजन को देखते हुए इस बार तो ज्वेलरी बिजनेस की सबसे प्रमुख संस्था द जेम्स एंड ज्वेलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल (जीजेईपीसी) ने अपने सालाना होनेवाले दो विशाल आइआइजेएस ज्वेलरी शो में एक और शो जोड़ दिया है। जीजेईपीसी अब तक हर साल दो बड़े ज्वेलरी सो करती रही है, आइआइजेएस प्रीमियम और आइआइजेएस सिग्नेचर। लेकिन इस बार से जीजेईपीसी ने तीसरा शो और करने का ऐलान किया है, उसका नाम रखा है आइआइजेएस तृतीया, 17 से 20 मार्च 2023 तक बैंगलुरू में आयोजित होने जा रहा है, इसका सीधा मतलब अक्षय तृतीया के विवाह के सीजन से संबद्ध है। जीजेइपीसी द्वारा आयोजित आइआइजेएस तृतीया न केवल दक्षिण भारत में बल्कि, यह समस्त भारत में विवाह के सीजन की सबसे बड़ी ज्वेलरी एग्जिबिशन है, जिसमें दुनिया के कई देशों से भी ज्वेलर्स आ रहे हैं। विवाह को ज्वेलरी की सेल के सबसे बड़े उत्सव के रूप मं देखा जाता है तथा विवाह के सबसे बड़े दिन अक्षय तृतीया से एक महीना पहले होने जा रहा 'आईआईजेएस तृतीया ज्वेलर्स के लिए काफी उत्साहजनक माहौल लेकर आया है। हालांकि ज्यादातर ज्वेलर्स के मन में एक आशंका है कि गोल्ड के रेट्स को लेकर लोगों के मन में काफी उहापोह हैं, क्योंकि गोल्ड के रेट्स लगातार नीचे आ रहे हैं। बाजार का नियम है कि गोल्ड के रेट्स जब गिरते हैं, तो लोग खरीदी में आसानी से नहीं उतरते हैं, क्योंकि उन्हें लगता है कि थोड़े दिन इंतजार करेंगे, तो गोल्ड और सस्ता मिलेगा। लेकिन गोल्ड अब अपने सर्वोच्च स्तर से लगभग तीन हजार तक नीचे आया है, तो लोगों को लग रहा है कि अभी यह और नीचे आ सकता है, क्योंकि बाजार के जानकार पहेल ही भविष्यवाणी कर चुके हैं कि गोल्ड आनेवाले दिनों में 54 हजार तक नीचे जा सकता है। लेकिन विवाह क ऐसा होते हैं कि लोगों को गोल्ड खरीदना ही पड़ता है, चाहे भाव कितने भी ऊपर या नीचे हो। इसलिए माना जा रहा है कि इस बार भी गोल्ड की सेल विवाह के सीजन में तो जबरदस्त ही होगी। क्योंकि विवाह में गोल्ड ज्वेलरी देने की परंपरा सदा सदा से रही है। हालांकि न केवल विवाह में, बल्कि त्यौहारों व समारोहों में गोल्ड की खरीदी आम है। लेकिन विवाह के सीजन से ज्वेलर्स को काफी उम्मीद है।

भारतीय परंपरा में किसी भी खास दिन पर गोल्ड ज्वेलरी खरीदने में लोगों की जबरदस्त रुच िदेखी गई है। फिर, खरीदी अगर विवाह की हो, तब तो महलिाओं में गोल्ड के प्रति आकर्षण किसी से छिपा नहीं है। इस साल विवाह बहुत ज्यादा हैं, सो इस बार विवाह में सेल काफी अच्छी रहेगी।


विराज थडेश्वर

श्रृंगार हाऊस ऑफ मंगलसूत्र



विवाह का सीजन आ रहा है, तो देश भर के छोटे छोटे कस्बों तथा शहरों से लेकर महानगरों में ज्वेलरी के शो रूम सजने लगे हैं। विवाह में ज्वेलरी की खरीदी के ऑर्डर की बड़ी तादाद में बुकिंग को देखकर कहा जा सकता है कि विवाह की खरीदी को लेकर लोगों में काफी उत्साह है।


हसमुख राणावत

संघवी धनरूपजी देवाजी एण्ड कं



इस बार बैंगलुरू में आयोजित होने जा रहे 'आइआइजेएस तृतीयाÓ को लेकर देश भर के ज्वेलर्स में काफी उत्साह है। इस उत्साह का सबसे बड़ा कारण है कि यह एग्जिबिशन विवाह को सबसे बड़े सीजन अक्षय तृतीया से एक महीने पहले आयोजित हो रही है, तो सेल तो बढऩी ही है।


यश खांटेड़

राज ज्वेलर्स



विवाह का सीजन आते ही ज्वेलरों के चेहरों पर रौनक दिखने लगी है। भारतीय परंपरा में विवाह के अवसर पर गोल्ड ज्वेलरी देने की परंपरा पुरानी है। फिर इस बार देश भर में विवाह भी काफी ज्यादा हो रहे हैं, तो इसी कारण लग रहा है कि इस बार शादियों सा सीजन ठीक रहेगा।


मनीष जैन

मनीष ज्वेलर्स





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