आईआईजेएस प्रीमियर - 2025 चढ़ते गोल्ड और बढ़ते सिल्वर में भी बड़े बिजनेस की उम्मीद
- Aabhushan Times
- Jul 21
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इंडिया इंटरनेशनल ज्वेलरी शो अर्थात आईआईजेएस ज्वेलरी एग्जिबिशन के 41वें एडिशन के लिए देश भर के ज्वेलर्स ने कमर कस ली है, तो आईआईजेएस की आयोजक संस्था जीजेईपीसी ने भी सारी तैयारियां पूरी करने में कोई कसर नहीं रखी है। भारत का सबसे बड़ा और सर्वाधिक प्रतिष्ठित ज्वेलरी शो, जिसे आईआईजेएस प्रीमियर के नाम से जाना जाता है, वह एक बार फिर मुंबई में दो प्रमुख स्थानों पर आयोजित होने वाला है। आईआईजेएस ज्वेलरी एग्जिबिशन मुंबई में 30 जुलाई से 3 अगस्त 2025 तक बीकेसी स्थित जियो वल्र्ड कन्वेंशन सेंटर में और गोरेगांव स्थित नेस्को के नाम से मशहूर बॉम्बे एग्जिबिशन सेंटर में 31 जुलाई से 4 अगस्त तक चलेगा। जियो वल्र्ड कन्वेंशन सेंटर में सुबह 10 से शाम 7 बजे तक और और गोरेगांव स्थित नेस्को में यह शो सुबह 11 बजे से शान 8 बजे तक चलेगा। आईआईजेएस ज्वेलरी एग्जिबिशन की यह दोहरे स्थानों की व्यवस्था एग्जीबिटर्स और ज्वेलरी बिजनेसमेन को अधिक सुविधा और व्यापक अनुभव प्रदान करती है, जिससे यह आयोजन वैश्विक स्तर पर ज्वेलरी उद्योग के लिए एक महत्वपूर्ण मंच बनता जा रहा है। इस बार की तैयारियों को देख कर कहा जा सकता है कि आईआईजेएस प्रीमियर - 2025 भारतीय ज्वेलरी इंडस्ट्री की वैश्विक पहचान को पहले से भी और ज्यादा सशक्त करेगा। यह आयोजन न केवल देश - दुनिया के प्रत्येक ज्वेलर तथा ज्वेलरी सेक्टर के बिजनेसमैन को नए नए व्यापारिक अवसर प्रदान करता है, बल्कि नई कोशिशों से इस इंडस्ट्री को नई ऊंचाइयों तक भी ले जा रहा है। इंडिया इंटरनेशनल ज्वेलरी शो की आयोजक संस्था द जेम एंड ज्वेलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल (जीजेईपीसी) की दूरदर्शिता और समर्पण के साथ, आईआईजेएस प्रीमियर विश्व स्तर पर ज्वेलरी उद्योग का एक अनिवार्य हिस्सा बन चुका है। इस बार के आईआईजेएस प्रीमियर - 2025 शो में देश - दुनिय से लगभग 50 हजार से अधिक व्यापारिक विजिटर्स शामिल होंगे, जिनमें, 2 हजार से ज्यादा अंतरराष्ट्रीय खरीददार भी शामिल होंगे। गोल्ड के बढ़ते रेट्स तथा सिल्वर में भी बेहत तेजी के बावजूद आईआईजेएस प्रीमियर के माध्यम से लगभग 15 बिलियन अमेरिकी डॉलर का व्यापार इस आयोजन के जरिए होने की उम्मीद की जा रही है।

आईआईजेएस प्रीमियर ज्वेलरी शो 2025 एक बार फिर मुंबई में दो प्रमुख स्थानों पर आयोजित होने वाला है। ये आईआईजेएस प्रीमियर का 41वां आयोजन होगा। आईआईजेएस ज्वेलरी एग्जिबिशन मुंबई में 30 जुलाई से 3 अगस्त 2025 तक बीकेसी स्थित जियो वर्ल्ड कन्वेंशन सेंटर में और गोरेगांव स्थित नेस्को के नाम से मशहूर बॉम्बे एग्जिबिशन सेंटर में 31 जुलाई से 4 अगस्त तक चलेगा।
आईआईजेएस ज्वेलरी एग्जिबिशन जिसे व्यापक तौर पर इंडिया इंटरनेशनल ज्वेलरी शो प्रीमियर कहा जाता है, वह भारत की सबसे बड़ी और विश्व स्तर पर मान्यता प्राप्त बीटूबी ज्वेलरी एग्जिबिशन है, जो जेम एंड ज्वेलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल (जीजेईपीसी) द्वारा आयोजित किया जाता है। यह एग्जिबिशन भारतीय ज्वेलरी उद्योग की समृद्ध परंपराओं, उत्कृष्ट शिल्प कौशल और इसकी अभिनवता को प्रदर्शित करती है। 2025 में अपने 41वें संस्करण के साथ, यह आयोजन 135,000 वर्ग मीटर से अधिक क्षेत्र में फैला होगा, जिसमें 2100 से अधिक एग्जीबिटर्स और 3600 से अधिक स्टॉल होंगे। यह 50 हजार से अधिक व्यापारिक विजिटर्स को आकर्षित करने की उम्मीद है, जिनमें भारत के 800 से ज्यादा शहरों और 60 से अधिक देशों के ज्वेलरी खरीददार आ रहे हैं। बीकेसी स्थित जियो वर्ल्ड कन्वेंशन सेंटर में विशेष हाई-एंड कॉउचर ज्वेलरी सेक्शन के लिए सेलेक्ट क्लब सेक्शन रहेगा। जीजेईपीसे ने 30 जुलाई की रात को बीकेसी स्थित जियो वर्ल्ड कन्वेंशन सेंटर में नेटवर्किंग नाइट का आयोजन किया है, जिसमें बॉलीवुड के विख्यात सिंगर सोनू निगम से गीतों के साथ ज्वेलरी की दुनिया के लोग मिलेंगे तथा अपने व्यापारिक संबंधों को विकसित करने के नए जद्वार खोलेंगे।
आईआईजेएस प्रीमियर के नाम से मशहूर आईआईजेएस ज्वेलरी एग्जिबिशन में, न केवल ज्वेलरी प्रोडक्ट्स की विस्तृत श्रृंखला जैसे डायमंड, स्टोन्स, गोल्ड, सिल्वर, प्लैटिनम, लैब-ग्रोन डायमंड्स, और हाई-एंड ज्वेलरी को प्रदर्शित होती है, बल्कि यह ज्वेलरी उद्योग के लिए नेटवर्किंग, व्यापार विस्तार और नवीनतम रुझानों को जानने का एक अनूठा मंच भी है। आईआईजेएस ज्वेलरी एग्जिबिशन भारतीय ज्वेलरी उद्योग की सांस्कृतिक विविधता और आधुनिकता के मिश्रण को दर्शाता है, तथा यह स्थापित करता है कि भारतीय ज्वेलरी की दुनिया संसार के हर देश को लुभाती है। जीजेईपीसी ने इस बार के आईआईजेएस प्रीमियर की सफलता के लिए 100 से ज्यादा शहरों में रोड शो आयोजित किए, जिनमें नासिक, दिल्ली, सूरत, जयपुर, कोलकाता, और चेन्नई भी शामिल हैं। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर, कंबोडिया, ईरान, जापान, और सऊदी अरब जैसे देशों में भी प्रचार किया गया। भारत सरकार के वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय द्वारा समर्थित, जेम एंड ज्वेलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल को देश के ज्यादातर ज्वेलर्स जीजेईपीसी के नाम से जानते हैं। यह देश के ज्वेलरी बिजनेस सेक्टर की प्रतिनिधि संस्था है, जो भारत को ज्वेलरी उद्योग में वैश्विक नेतृत्व देने के लिए प्रतिबद्ध है। ज्वेलरी के एक्सपोर्ट में वृद्धि को प्रतिबद्ध जीजेईपीसी 2025 तक भारत के जेम एंड ज्वेलरी एक्सपोर्ट को 75 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक ले जाने की कोशिश में है। इसके साथ ही रोजगार सृजन की दिशा में जीजेईपीसी की कोशिश है कि इस क्षेत्र में 2 मिलियन अतिरिक्त रोजगार सृजित किए जाएं। जीजेईपीसी कौशल्य विकास की दिशा में बी काम कर रही है। प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के तहत प्रशिक्षण केंद्र स्थापित करने के तौर पर उदयपुर, जयपुर, और गुवाहाटी में, 400 से अधिक ज्वेलरी कारीगरों को प्रशिक्षित किया जा रहा है। आईआईजेएस के माध्यम से जीजेईपीसी भारतीय शिल्प कौशल बढ़ाने के लिए डिजाइनरों को विश्व स्तर पर प्रदर्शित करने के लिए उन्हें वैश्विक मंच प्रदान कर रहा है। जीजेईपीसी की रणनीति में सामान्य सुविधा केंद्र (सीएफसी), ज्वेलरी पार्क, और शैक्षिक संस्थान स्थापित करना भी शामिल है, ताकि ज्वेलरी उद्योग स्थायी विकास की ओर लगातार तेज गति से आगे बढ़ता रहे।
आईआईजेएस की शुरुआत 1985 में हुई थी, और तब से यह भारत के ज्वेलरी उद्योग का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन गया है। पिछले चार दशकों में इसका आकार और प्रभाव कई गुना बढ़ा है। अपने शुरुआती वर्षों में, यह एक छोटा आयोजन था, जिसमें स्थानीय एग्बिटर्स और ज्वेलरी के खरीददार शामिल थे। 2000 के दशक में आईआईजेएस ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ध्यान आकर्षित करना शुरू किया, जिससे वैश्विक खरीदारों की भागीदारी बढ़ी। धीरे धीरे इसकी लोकप्रियता बढ़ती गई और लगातार बढ़ती ज्वेलर्स ही हिस्सेदारी और स्टॉल्स की बढ़ती संख्या के साथ यह एक प्रमुख वैश्विक आयोजन बन गया। इस बार आईआजेएस प्रीमियर - 2025 में 2100 कंपनियों और 3600 स्टॉल पर ज्वेलरी के विभिन्न डिजाइन देखने को मिलेंगे, जो इसकी अभूतपूर्व वृद्धि को दर्शाता है। आईआईजेएस ने अपने एग्जिबिशनमें समय के साथ कई नए विभाग पेश करते हुए नए ज्वेलरी सेक्टर से संबद्ध नए क्षेत्रों को इस एग्जिबिशन में समाहित किया है, जिसमें लैब-ग्रोन डायमंड्स, हाई-एंड कॉउचर ज्वेलरी, और उद्योग की बदलती जरूरतों को पूरा करने वाली मशीनरी एग्जिबिशन, तथा ज्वेलरी से जुड़े शैक्षणिक संस्थान आदि भी शामिल हैं। आईआईजेएस में इस बार भी 'वन अर्थ' पहल लगातार चलती रहेगी। की शुरुआत ढ्ढढ्ढछ्वस् सिग्नेचर 2023 के दौरान की गई थी और प्रदर्शकों, आगंतुकों, विक्रेताओं और जीजेईपीसी की यह पहल 1.0 लाख वृक्षारोपण के तक पहुंच गई,है। जीजेईपीसी मानती है कि उस मुहिम में कई संस्थानों व लोगों ने भी उदारतापूर्वक योगदान दिया है। आईआईजेएस प्रीमियर 2025 में भी ईको फ्रेंडली आयोजन की दिशा में इस मिशन को जारी रख रहे हैं।
दरअसल, सही मायने में देखें, तो आईआईजेएस प्रीमियर की आयोजन संस्था जीजेईपीसी ने इस ज्वेलरी एग्जिबिशन की ज्वेलरी उद्योग में व्यापारिक विकास के लिए एक उत्प्रेरक के रूप में तैयार किया है। यहां ज्वेलर्स को परस्पर नेटवर्किंग के अवसर मिलते हैं, जो यह एग्जीबिटर्स और खरीददार, दोनों को एक मंच प्रदान करता है, जहां वे नए व्यापारिक संबंध स्थापित कर सकते हैं। इसके साथ ही एक्सपोर्ट वृद्धि की बीत की जाए, तो 2024 में आईआईजेएस प्रीमियर ने 12 बिलियन अमेरिकी डॉलर का व्यापारिक सफर तय किया, जो भारत के एक्सपोर्ट बिजनेस को बढ़ावा देता है। आईआईजेएस प्रीमियर एग्जिबिशन की वैश्विक पहुंच पर भी बात करनी जरूरी है, क्योंकि 60 से देशों से 2000 से अधिक ज्वेलरी के अंतरराष्ट्रीय खरीददार और 15 अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधि मंडल आईआईजेएस में भाग ले रहे हैं। इसके साथ ही इनोव8 टॉक्स और डिज़ाइन गैलरी जैसी अपनी अभिनव पहल के जरिए नए डिजाइनों, नए डिजाइनरों और नए संस्थानों को भी आईआईजेएस प्रीमियर में, इसकी आयोजक संस्था जीजेईपीसी बढ़ावा देने की तैयारी में हैं। भारतीय ज्वेलरी को वैश्विक बाजारों में स्थापित करने में अनिवासी भारतीय ज्वेलर्स के लिए एक महत्वपूर्ण सोर्सिंग मंच के रूप में भी आईआईजेएस ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। विशेष रूप से कहा जाए, तो ज्वेलरी उद्योग के लिए महत्व की बात यह है कि आईआईजेएस प्रीमियर ज्वेलरी उद्योग के लिए कई कारणों से बेहद जरूरी आयोजन बन गया है। यह भारतीय शिल्प कौशल को विश्व स्तर पर प्रदर्शित करता है, जिससे भारत को कट और पॉलिश्ड डायमंड्स का सबसे बड़ा निर्माता बनने में मदद मिली। इसी एग्जिबिशन के जरिए नए नए डिज़ाइन किए गए नए उत्पाद और लैब-ग्रोन डायमंड्स जैसे उभरते खंड उद्योग की दिशा तय करते हैं। भारतीय अर्थ जगत में देखें, तो आईआईजेएस का आर्थिक योगदान, भारतीय उद्योग के कुल एक्सपोर्ट का 9.31 प्रतिशत हिस्सा है, जो इसे एक प्रमुख विदेशी मुद्रार्जन का माध्यम है।
आईआईजेएस प्रीमियर 2025 के लिए व्यापक तैयारियां की जा रही हैं। जिसमें डिजिटल सुविधाएं इस बार भी सबसे अहम हैं। आईआईजेएस ऐप के माध्यम से रीयल-टाइम अपडेट, इंटरैक्टिव फ्लोर प्लान, और एग्जीबिटर्स सूची उपलब्ध होगी। लॉजिस्टिक्स की बात की जाए, तो बीकेसी स्थित जियो वर्ल्ड कन्वेंशन सेंटर और गोरेगांव स्थित नेस्को के नाम से मशहूर बॉम्बे एग्जिबिशन सेंटर, इन दोनों जगहों पर हो रही आईआईजेएस एग्जिबिशन के बीच ज्वेलर्स और विजियर्स को लाने ले जाने के लिए शटल बस सेवाएं, मुफ्त पार्किंग, और डेडीकेटेड़ हेल्प डेस्क के अलावा सुरक्षा के भी अत्याधुनिक बनाने की दिशा में डिजिटल एंट्री बैज और फेस डिटेक्शन तकनीक से प्रवेश और निकास सुगम होगा।
जीजेईपीसे ने इस बार आईआईजेएस प्रीमियर के लिए कास तौर से 100 से ज्यादा शहरों में रोड शो और डोर-टू-डोर अभियान चलाकर विजिटर्स की संख्या बढ़ाने की कोशिश की है। खास तौर से विभिन्न द्शों में ज्वेलरी के अंतरराष्ट्रीय बाजारों में विशेष रूप से प्रयास किए गए हैं। अब बाकत करते हैं आईआईजेएस प्रीमियर में विशेष सुविधाओं की, तो हर बार की तरह इस बार भी प्राइम लाउंज, हाई-स्पीड वाई-फाई, और अंतरराष्ट्रीय विजिटर्स के लिए मुफ्त पंजीकरण भी आईआईजेएस प्रीमियर की तैयारियों का हिस्सा है। माना जा रहा है कि गोल्ड और सिल्वर दोनों के बढ़ते रेट्स के बावजूद इस बार आईआईजेएस में बहुत बड़े बिजनेस की उम्मीद है।

किरिट भंसाली, चेयरमेन-जीजेईपीसी
जीजेईपीसी के चेयरमैन किरिट भंसाली कहते हैं कि देश का यह सबसे बड़ा ज्वेलरी शो आईआईजेएस प्रीमियर विकसित भारत के राष्ट्रीय दृष्टिकोण के साथ कदम बढ़ा रहा है। हम जेम एंड ज्वेलरी सेक्टर में पारंपरिक कौशल को अत्याधुनिक तकनीक के साथ एकीकृत करके उद्योग की निरंतर वृद्धि सुनिश्चित कर रहे हैं। हम मान रहे हैं कि इस बार का आईआईजेएस हर किसी को लिए खास अनुभव होगा, तथा ज्वेलरी इंडस्ट्री को व्यावसायिक तथा क्रिएटिविटी दोनों क्षेत्रों में नए आयाम देगा।

शौनक पारीख, वाइस चेयरमेन-जीजेईपीसी
जीजेईपीसी के वाइस चेयरमेन शौनक पारीख कहते हैं कि आईआईजेएस की सफलता की 41 साल की समृद्ध परंपरा की यह लंबी यात्रा जबरदस्त उत्साहजनक एवं बेहद असाधारण रही है। इस ज्वेलरी शो के जरिए भारतीय ज्वेलर्स का नाम तथा हमारी ज्वेलरी की क्वालिटी दुनिया भर में भारत को एक ब्रांड के रूप में स्थापित कर रही है। इस बार सभी देख रहे हैं कि यह ज्वेलरी एग्जिबिशन न केवल आकार में बल्कि अपने प्रभाव में भी साल दर साल लगातार बढ़त हासिल करने में कामयाब रही है।

निरव भंसाली, नेशनल कन्वीनर एक्जीबिशन-जीजेईपीसी
जीजेईपीसी के नेशनल कन्वीनर एक्जीबिशन निरव भंसाली का कहना है कि आईआईजेएस प्रीमियर के नाम से विख्यात यह इंडिया का इंटरनेशनल ज्वेलरी शो, विश्व का दूसरा सबसे बड़ा तथा प्रतिष्ठित बीटूबी ज्वेलरी शो है, और जिस तरह से दुनिया भर के देशों से इसे रिस्पॉस मिल रहा है, यह जल्द ही दुनिया का सबसे बड़ा आयोजन होने की तरफ बढ़ रहा है। जीजेईपीसी इस एग्जिबिशन के जरिए ज्वेलरी सेक्टर में ब्रांड इंडिया को विश्व स्तर पर ताकतवर बनाने की ओर लगातार अग्रसर है।
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