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गोल्ड के लगातार बढ़ते रेट्स के बावजूद आईआईजेएस की सफलता से बाजार गुलजार

















देश भर की ज्वेलरी इंडस्ट्री तथा विशेषकर ज्वेलरी का हब कहे जाने वाले मुंबई के ज्वेलर्स में इन दिनों दो ही बातें चल रही है। पहली तो यह कि आईआईजेएस सिग्नेचर एग्जिबिशन सफल रहा है, लेकिन बिजनेस पर इसका कितना अच्छा प्रभाव रहेगा, तथा दूसरी बात यह कि गोल्ड के रेट कहां जाकर कुछ वक्त के लिए ठहरेंगे। क्योंकि गोल्ड जब बढ़ता है, तो सेल कम होती है, सेल कम होती है, तो कारीगर से लेकर रिटेलर्स, होलसेलर से लेकर निर्माता यूनिट वालों का सबका धंधा मंदा चलता है तथा कमाई नहीं होती और खर्चे तो वैसे भी लगातार बढ़ते ही जा रहे है। आभूषण टाइम्स हमेशा ज्वेलर्स की आवाज बनकर आपके साथ खड़ा रही है, इसलिए जब ज्वेलर्स मानते हैं कि कमाई होगी, तो ही व्यापार विकसित होगा, तो हम भी कहते हैं कि बाजार की बढ़ोतरी के लिए सेल जरूरी है। तथा सेल के बढऩे के लिए गोल्ड के रेट्स स्थिर रहने जरूरी है। परंतु गोल्ड के रेट्स कहां स्थिर रहते हैं, वे तो लगातार बढ़ते ही रहते हैं। जनवरी के बीच में गोल्ड जीएसटी के साथ 65 हजार जा रहा है। ऐसे में हर ज्वेलर परेशान है, मगर व्यापार का इतिहास देखें, तो हर मुश्किल से निकलने की कोई न कोई राह होती ही है।


आईआईजेएस सिग्नेचर एग्जिबिशन ज्वेलर्स की इसी परेशानी को दूर करने का साधन बनकर सामने आया है। आईआईजेएस सिग्नेचर एग्जिबिशन का समापन बेहद सुखद हुआ। इस बार इसमें पहले से ज्यादा लोग आए, तो पहले के आयोजनों से भी बहुत ज्यादा बड़ा आयोजन इस बार हुआ। सुन रहे हैं कि बहुत अच्छा बिजनेस हुआ, ऑर्डर भी आशा के मुताबिक मिले। दो दो विशाल जगहों पर आयोजन हुआ तथा आईआईजेएस की अब तक की हर एग्जिबिशन, चाहे वो आईआईजेएस सिग्नेचर हो या आईआईजेएस प्रीमियर, दोनों की हमेशा समृद्ध विरासत रही है और उसीके अनुरूप साल दर साल इसे सफलता मिलती जा रही है। इस बार के आईआईजेएस सिग्नेचर एग्जिबिशन में ज्वेलर्स को खास तौर पर इस बात का अनुभव हुआ कि जीजेईपीसी इस शो को और भी बड़ा, बेहतर और अधिक शानदार बनाने के साथ ही व्यापारिक रूप से समृद्ध लिए हर संभव प्रयास कर रही है। जीजेईपीसी का लक्ष्य आईआईजेएस की सभी एग्जिबिशन को वैश्विक स्तर पर प्रतिष्ठित करने के पीछे भावना यही है कि भारत का ज्वेलरी उद्योग पूरी दुनिया में सबसे आगे बढ़े, और वह इस दिशा में कदम उठा रही है। इस बार का आईआईजेएस सिग्नेचर 16वां एग्जिबिशन था, जिसमें हर स्तर के ज्वेलर्स के लिए बहुत कुछ था। कुल मिलाकर इस बार के आईआईजेएस सिग्नेचर एग्जिबिशन में आभूषण टाइम्स ने देखा कि ज्वेलर्स हर तरह से संतुष्ट है। उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने आईआईजेएस सिग्नेचर एग्जिबिशन के उद्घाटन में मंत्रालय की ओर से जेम एंड ज्वेलरी निर्यात के लिए सरलीकरन संरचना के कार्यान्वयन का आश्वास दिया, तो  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की व्यापारिक नीतियों का जिक्र करते हुए सरकार की तरफ से ज्वेलरी एक्सपोर्ट को बढ़ाने के लिए पूरी प्रतिबद्धता जताई।  


गोल्ड के रेट्स लगातार बढऩे तथा इसके बावजूद आईआईजेएस सिग्नेचर एग्जिबिशन के सफल होने को नए नजरिये से देखने की जरूरत है। आईआईजेएस सिग्नेचर एग्जिबिशन में आभूषण टाइम्स ने देखा कि कई स्टॉल्स पर जबरदस्त सेल रही तथा हर स्तर के ज्वेलर्स, छोटे, बड़े, रिटेलर्स तथा होलसेलर्स सभी हर तरह से संतुष्ट रहे। इसकी खास वजह यह थी कि सेल अच्छी रही। अपने व्यापार में वृद्धि करने के उद्देश्य से एक व्यापारी का पहला कदम केवल उसके ग्राहक की संतुष्टि तथा सेल में बढ़ोतरी ही सबसे बड़े कारण होते हैं। इस दृष्टि से देखा जाए, तो आईआईजेएस सिग्नेचर एग्जिबिशन में गोल्ड ज्वेलरी की सेल में खासा इजाफा हुआ है। जीजेईपीसी के आंकड़े गवाह है कि पहले के मुकाबले आईआईजेएस सिग्नेचर एग्जिबिशन में इस बार देश भर से जो ज्यादा ज्वेलर्स आए ही, मगर उन्होंने खरीददारी भी जमकर की एवं इससे मुंबई के ज्वेलर्स का बिजनेस भी ज्यादा बढ़ा। ऐसे में कुछ ज्वेलर्स भले ही यह कहते हों कि गोल्ड के रेट्स बढऩे के कारण सेल कम रही, लेकिन कई ज्वेलर्स का यह भी कहना है कि गोल्ड के रेट बढऩे से लाइट वेट ज्वेलरी की डिमांड ज्यादा बढ़ी है। आभूषण टाइम्स के प्रतिनिधि कई स्टॉल्स पर गए, तो देखा कि आईआईजेएस सिग्नेचर एग्जिबिशन में इस बार देश भर से छोटे शहरों से ज्यादा ज्वेलर्स आए थे, उन सबका ज्यादा फोकस लाइट वेट ज्वेलरी पर ही था।


ज्वेलरी जगत की देश की नंबर वन हीन्दी मैगजिन होने के नाते आप सभी ज्वेलर्स का एवं आभूषण टाइम्स का साथ गहरा नाता है, एवं काफी लंबा साथ रहा है। कई वर्षों का यह नाता लगातार मजबूत होता जा रहा है। आपने भी देखा ही है कि आभूषण टाइम्स बाजार के हितों तथा ज्वेलर्स के लिए हमेशा कटिबद्ध रहा है। हम आपको विश्वास दिलाते हैं कि आगे भी हम इसी प्रतिबद्धता के साथ आपके हर कदम पर आपके साथ खड़े रहेंगे।



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