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संपादकीय..लगातार महंगा होता गोल्ड व सिल्वर फिर भी ज्वेलरी इंडस्ट्री में उम्मीद!

  • Aabhushan Times
  • Aug 19
  • 3 min read

Updated: Aug 20


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- सिद्धराज लोढ़ा

ज्वेलरी इंडस्ट्री चकित है कि गोल्ड बहुत तेजी से महंगा होता जा रहा है और हम देख रहे हैं कि उसके पीछे पीछे सिल्वर की चमक में भी और निखार पैदा होता जा रहा है, फिर भी आइआइजेएस ने ग्राहकी से जो उम्मीद जगाई है, उससे एक नई आशा की किरण फूटी है। मुंबई, भारत की आर्थिक राजधानी और ज्वेलरी उद्योग का गढ़ है, तथा यहां हर साल होने वाला आइआजेएस ज्वेलरी शो एक बार फिर अपनी शानदार सफलता के साथ सुर्खियों में है। जेम एंड ज्वेलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल (जीजेईपीसी) द्वारा आयोजित इस आइआजेएस ज्वेलरी शो  ने, न केवल भारतीय ज्वेलरी उद्योग को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है, बल्कि महंगे गोल्ड व सिल्वर के माहौल में भी ज्वेलर्स के चेहरों पर चमक बिखेरी है। आइआजेएस ज्वेलरी शो, जो भारत का सबसे बड़ा और विश्व का दूसरा सबसे बड़ा ज्वेलरी शो है, तथा इसने एक बार फिर साबित किया कि भारतीय ज्वेलरी कारीगरी और डिजाइन में नई सोच की कोई सीमा नहीं है। 'आभूषण टाइम्स' ज्वेलरी इंडस्ट्री की धडक़नों में बसा है तथा 'आभूषण टाइम्स' की धडक़नों में ज्वेलरी इंडस्ट्री की सांसे बहती है। इसी कारण हम यह दावा कर सकते हैं कि इस महंगे माहौल में भी मुंबई सहित देश भर के ज्वेलर्स ने अपने बिजनेस को सम्हालने की दिशा में कई शानदार प्रयत्न किए हैं, तो आइआइजेएस ज्वेलरी शो उनके उन प्रयत्नों को और आगे बढ़ाने में सहयोगी साबित रहा है।


पिछले कुछ वर्षों में गोल्ड व सिल्वर दोनों की कीमतों में लगातार वृद्धि ने ज्वेलरी उद्योग के सामने कई चुनौतियां खड़ी की हैं। सबसे बडज़ी चुनौती है ग्राहकी की, जो पिछले कुछ दिनों से लगभग ठप सी दिख रही थी। गोल्ड की कीमत 1 लाख 3 हजार  रुपये प्रति 10 ग्राम से भी आगे बढ़ गई है और सिल्वर की कीमत 1 लाख 15 हजार रुपये प्रति किलोग्राम के आगे पहुंचने से कई ज्वेलर्स को ग्राहकी में कमी का डर सता रहा था। उपभोक्ताओं की खरीदारी की क्षमता पर सवाल उठ रहे थे, और छोटे ऐसे हालात में ज्वेलरी ब्रांड्स विशेष रूप से चिंतित थे। लेकिन आइआइजेएस प्रीमियर ने इन सभी आशंकाओं को ध्वस्त कर दिया। इस प्रदर्शनी में न केवल बड़े ब्रांड्स, बल्कि छोटे और मध्यम स्तर के ज्वेलर्स ने भी अभूतपूर्व सफलता हासिल की। हजारों आगंतुकों और विभिन्न देशों से आए सैकड़ों अंतरराष्ट्रीय खरीदारों की उपस्थिति ने इस शो को एक वैश्विक मंच प्रदान किया, जिसने ज्वेलरी उद्योग में उम्मीद की नई किरण जाग गई। आइआइजेएस प्रीमियर 2025 की सबसे बड़ी उपलब्धि कही जा सकती है कि यह छोटे और मध्यम स्तर के ज्वेलरी ब्रांड्स की शानदार सफलता का गवाह रहा है। इस शो में जहां बड़े ब्रांड्स ने अपने भव्य स्टॉल्स के साथ खरीदारों का ध्यान आकर्षित किया, वहीं छोटे ब्रांड्स और स्थानीय ज्वेलर्स ने भी अपनी अनूठी डिज़ाइनों और किफायती कीमतों के साथ बाजार में अपनी बड़ी जगह बनाई। मुंबई के हमारे इन छोटे ज्वेलर्स ने, न केवल स्थानीय खरीदारों को आकर्षित किया, बल्कि अंतरराष्ट्रीय खरीदारों के बीच भी अपनी कारीगरी की छाप छोड़ी। इस शो ने साबित किया कि महंगे माहौल में भी शानदार क्वालिटी तथा बेहतरीन डिजाइंस के दम पर छोटे ज्वेलर्स बड़े सपने देख सकते हैं।


हम सभी जानते हैं कि गोल्ड काफी महंगा होता चला है तथा इस बात से भी भली भांति परिचात हैं कि सिल्वर भी लगातार ऊपर की तरफ चढ़ रहा है। ऐसे  महंगे माहौल में भी आइआजेएस की वजह से ज्वेलर्स के चेहरों पर चमक है। आइआइजेएस से पहले कई ज्वेलर्स महंगे गोल्ड और सिल्वर की कीमतों के कारण चिंतित थे। लेकिन इस शो ने साबित किया कि किसी भी चुनौती को अवसर में बदला जा सकता है। खरीदारों ने न केवल पारंपरिक डिज़ाइनों को पसंद किया, बल्कि आधुनिक और किफायती आभूषणों की भी भारी मांग देखी गई। आइआइजेएस ज्वेलरी शो ने इस महंगाई के माहौल में लाइट वेट ज्वेलरी को प्रधानता देकर ज्वेलर्स को यह विश्वास दिलाया कि इसके जरिए ज्वेलर्स अपने कस्टमर्स को क्वालिटी और डिज़ाइन के लिए कीमत की बाधा को आसानी से पार करा सकते हैं। 'आभूषण टाइम्स' आपका सदा से साथी रहा है, तथा इस बार के आइआइजेएस शो में भी 'आभूषण टाइम्स' ने देखा है कि आइआइजेएस प्रीमियर 2025 की सफलता ने ज्वेलरी उद्योग में एक नया उत्साह भरा है। यह शो न केवल एक व्यापारिक मंच है, बल्कि भारतीय कारीगरी, संस्कृति, और नवाचार का उत्सव भी है। महंगे गोल्ड और सिल्वर के बीच भी इस प्रदर्शनी ने साबित किया कि भारतीय ज्वेलरी उद्योग की चमक कभी फीकी नहीं पड़ती। आइआइजेएस ने यह साबित किया है कि यह शो ज्वेलर्स को न केवल आर्थिक लाभ प्रदान करता है बल्कि आइआइजेएस प्रीमियर ने मुंबई के ज्वेलरी उद्योग में एक नई उम्मीद की किरण जगाई है। यह ज्वेलरी एग्ज्बिशन न केवल व्यापारिक दृष्टि से महत्वपूर्ण थी, बल्कि छोटे और मध्यम स्तर के ज्वेलर्स के लिए एक प्रेरणा भी बनी। आइआइजेएस प्रीमियर 2025 ने भारतीय ज्वेलरी उद्योग को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाने का मार्ग प्रशस्त किया है, और यह उम्मीद की जाती है कि यह उद्योग भविष्य में और भी चमकेगा।


 
 
 

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